100 साल तक जीने वाले लोगों का सबसे बड़ा रहस्य! आप भी जानें
दुनिया के ऐसे खास इलाके हैं, जहाँ लोग लंबी उम्र जीते हैं और बुढ़ापे तक स्वस्थ रहते हैं. इनकी लाइफस्टाइल बेहद सिंपल है – हेल्दी खाना, एक्टिव रहना, स्ट्रेस कम करना और परिवार व दोस्तों से जुड़े हुए रहना. यही छोटे-छोटे सीक्रेट्स उनकी जिंदगी को लंबा और खुशहाल बनाते हैं, अगर हम भी इनके तरीके अपनाएँ तो न सिर्फ ज्यादा जी सकते हैं बल्कि हेल्दी और एनर्जेटिक लाइफ का मज़ा ले सकते हैं.
ब्लू ज़ोन्स क्या हैं?
ब्लू ज़ोन्स वे क्षेत्र हैं जहाँ लोग 100 साल से अधिक जीते हैं जैसे जापान, इटली और कोस्टा रिका के कुछ इलाके इसके उदाहरण हैं. यहाँ की लाइफस्टाइल लंबी उम्र का राज़ बताती है.
पौष्टिक और संतुलित आहार
सब्ज़ियाँ, फल, अनाज और बीन्स अहम भोजन हैं, जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने से ये लोग बचते हैं क्यूंकि संतुलित आहार शरीर को हेल्दी और एनर्जी से भरपूर रखता है.
रोज़मर्रा की फिजिकल एक्टीवीटी
जिम या भारी वर्कआउट जरूरी नहीं है टहलना, घर और खेत के काम करना लोगों को एक्टिव रखता है, हल्की, डेली एक्टिविटी लंबी उम्र के लिए जरूरी है.
स्ट्रेस कम करने की आदतें
ध्यान, प्रार्थना या आराम से स्ट्रेस कम होता है, मेन्टल शांन्ति और स्थिरता शरीर को स्वस्थ रखती है. कम तनाव लंबी उम्र का बड़ा रहस्य है.
मजबूत सामाजिक संबंध
परिवार और दोस्तों के साथ जुड़ाव जीवन में खुशी और एनर्जी लाता है और अकेलापन कम होता है. मजबूत रिश्ते जीवन को लंबा और स्वस्थ बनाते हैं.
उद्देश्यपूर्ण जीवन
हर दिन का उद्देश्य होना जरूरी है, यह काम छोटा या बड़ा हो सकता है. लक्ष्य होना मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है.
नेचुरल लाइफस्टाइल
नेचर के करीब रहना, केमिकल्स से दूर रहना और संतुलित जीवन जीना ब्लू ज़ोन्स की पहचान है, यह आदतें लंबी उम्र और स्वास्थ्य देती हैं.
स्लो और ब्लैसेड रूटीन
ब्लू ज़ोन्स के लोग जल्दी नहीं भागते, स्लो और ब्लैसेड रूटीन से शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं. स्ट्रेस कम होता है और जीवन सुखद बनता है.
छोटे सुख और आनंद
छोटे-छोटे सुखों का आनंद लेना उन्हें खुश रखता है. खाने, बातचीत और प्राकृतिक जीवन का आनंद मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है