भूलकर भी ऐसा कुछ न बोले बच्चों के सामने, जो डालता हैं उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर
माता-पिता को अपने बच्चों के सामने सोच समझ कर बातें बोलनी चाहिए क्योंकि उनकी बातें बच्चों पर काफी ज्यादा असर डालते हैं। बच्चों के सामने हमें अपने शब्दों का चयन सोच समझ कर करना चाहिए। हमें कुछ भी ऐसे शब्द नहीं बोलने चाहिए जिसके कारण बच्चे डर जाए या अपने आप को किसी और से कम समझे। माता-पिता को हमेशा अपने बच्चों का सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाना चाहिए।
तुम हमेशा गलत हो
माता पिता को अपने बच्चों की गलतियों को गिनाना नहीं चाहिए अगर हम अपने बच्चों की गलतियों को गिनाते हैं तो बच्चा निराश हो जाता है और खुद को सबसे कम आंकने लगता है।
इतना क्यों रोते हो?
बच्चों के इमोशंस बहुत ही ज्यादा कमजोर होते हैं अगर उनके रोने पर उन्हें टोक दिया जाए तो वह अपने इमोशंस को छुपाने लगते हैं माता-पिता को अपने बच्चों को समझदार बनकर समझाना चाहिए ना कि उन्हें बातों पर टोकना चाहिए।
किसी और से तुलना करना
मां बाप को कभी भी अपने बच्चों की तुलना किसी सामने वाले बच्चे से नहीं करनी चाहिए क्योंकि हर एक बच्चे में अपनी खूबियां होती है माता-पिता को अपने बच्चों को वह जैसे हैं वैसे ही स्वीकारना चाहिए।
नहीं देनी चाहिए बच्चों को धमकियां
माता-पिता को अपने बच्चों को डरा कर और धमकाकर नहीं रखना चाहिए क्योंकि डर के माहौल में बच्चे अपनी माता-पिता से खुलकर बात नहीं कर पाते हैं इसलिए हमें एक सपोर्टिव पेरेंट्स की तरह उनको सपोर्ट करना चाहिए।
बच्चों के प्रयासों की करनी चाहिए कद्र
हमें कभी भी बच्चों को ऐसा नहीं बोलना चाहिए कि ‘तुम कुछ भी ठीक से नहीं कर सकते हो’ ऐसा कहने से बच्चे की मेहनत और उनके काम करने के ट्राई पर काफी ज्यादा असर पड़ता है हर बच्चे को कुछ भी सीखने में समय लगता है इसलिए हम उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।
बच्चों को समय ना देना
आफ्टर वर्किंग पेरेंट्स कहते हैं कि ‘हमें डिस्टर्ब मत करो हम थक चुके हैं’ लेकिन हमें बच्चों को पूरा समय देना चाहिए और उनसे कम्युनिकेशन करना चाहिए ताकि वह अपनी बातें खुलकर हम तक हमसे शेयर कर सके।
बच्चों के मन को नहीं पहुंचानी चाहिए ठेस
जब भी मां-बाप अपने बच्चों से यह बात कहते हैं कि ‘तुम मेरे लिए शर्म की बात हो’ तो बच्चों के मन पर काफी गहरा असर पड़ता है और यह उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस को खत्म कर देता है।
Disclaimer
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.