Vande Matram Anniversary: जैसा की आप सभी जानते हैं कि आज लोकसभा में ‘वंदे मातरम’ की 150वीं सालगिरह है. जिसे लेकर आज लोकसभा में बहस होगी. इस बहस के दौरान, राष्ट्रीय गीत के बारे में कई ज़रूरी और कम जाने-पहचाने तथ्यों पर चर्चा होने की उम्मीद है. इतना ही नहीं, इस दौरान सदन में विपक्षी सांसदों द्वारा हंगामा करने की भी उम्मीद है. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बहस की शुरुआत करेंगे. लोकसभा के एजेंडे में सोमवार के लिए “राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं सालगिरह पर चर्चा” लिस्टेड है, और इस बहस के लिए 10 घंटे का समय दिया गया है. पीएम मोदी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दूसरे वक्ता होंगे. कांग्रेस के लोकसभा में उपनेता गौरव गोगोई और प्रियंका गांधी सहित विपक्ष के कई सांसदों के इसमें हिस्सा लेने की उम्मीद है.
लोकसभा में 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर बहस के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "वे सिर्फ़ जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं इसलिए आज हम वंदे मातरम पर चर्चा कर रहे हैं. वंदे मातरम देश के कण-कण में ज़िंदा है. इस पर कोई बहस नहीं हो सकती. आज प्रधानमंत्री ने यह चर्चा शुरू की. उन्होंने भाषण दिया और यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि वे भाषण तो अच्छे देते हैं, लेकिन तथ्यों के मामले में कमजोर पड़ जाते हैं. इसमें भी एक कला होती है कि तथ्यों को किस तरह से जनता के सामने पेश किया जाए. मैं नई-नई हूं, मैं जनता की प्रतिनिधि हूं, कलाकार तो नहीं हूं."
दिल्ली: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा में संबोधन पर कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि हमारे राष्टीय गीत वंदे मातरम् को विवादित करने की कोशिश की जा रही है. यह चर्चा कभी नहीं होनी चाहिए थी."
Parliament Winter Session Live: बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, "एक समय था जब हम वंदे मातरम की सौवीं सालगिरह मना रहे थे. उस समय इमरजेंसी लगाकर देश को अंधेरे में धकेल दिया गया था. उन्होंने आगे कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के संविधान के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे. उस समय इस मामले पर चर्चा भी संभव नहीं थी. आज, पीएम मोदी ने अपने भाषण में देश के सामने वंदे मातरम का इतिहास और महत्व पेश किया है."
Parliament Winter Session Live: ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में ये भी कहा कि बंगाल का विभाजन तो हुआ लेकिन बहुत बड़ा स्वदेशी आंदोलन हुआ और तब वंदे मातरम् हर जगह गूंज रहा था. अंग्रेज समझ गए थे कि बंगाल की धरती से निकला बंकिम बाबू का यह भाव सूत्र जो उन्होंने तैयार किया था उसने अंग्रेजों को हिला दिया था. इस गीत की ताकत इतनी थी कि अंग्रेजों को इस गाने पर प्रतिबंध लगाने पर मजबूर होना पड़ा था. गाने और छापने पर ही नहीं वंदे मातरम् शब्द बोलने पर भी सज़ा, इतने कठोर कानून लागू किए थे.’
Parliament Winter Session Live: 'वंदे मातरम' की 150वीं सालगिरह पर लोकसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इस अहम मौके पर सामूहिक चर्चा का रास्ता चुनने के लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं. यह हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि हम वंदे मातरम को याद कर रहे हैं, वह मंत्र, वह नारा जिसने देश के आज़ादी के आंदोलन में जान फूंकी और प्रेरणा दी और त्याग और तपस्या का रास्ता दिखाया. यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम वंदे मातरम की 150वीं सालगिरह के इस ऐतिहासिक मौके के गवाह बन रहे हैं."