Hong Kong Fire: आखिर क्यों हांगकांग को अपने यहां बनवानी पड़ती है, ऊंची-ऊंची इमारतें; जानें क्या है इसके पीछे की वजह?
Hong Kong Fire: हांगकांग अपनी ऊँची-ऊँची गगनचुंबी इमारतों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, लेकिन हाल ही में ताइ पो इलाके में हुई एक भीषण आग ने शहर की सुरक्षा व्यवस्थाओं और निर्माण पद्धतियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. बुधवार को लगी आग ने वांग फुक कोर्ट नामक विशाल रिहायशी कॉम्प्लेक्स को चपेट में ले लिया, जिसमें 35 मंज़िलों वाली आठ इमारतें शामिल थीं. इन इमारतों में लगभग दो हजार अपार्टमेंट थे, जिनमें हजारों लोग रहते थे.
यहां से शुरू हुई आग की शुरूआत
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आग की शुरुआत बांस की मचान (bamboo scaffolding) से हुई, जो हांगकांग में निर्माण और मरम्मत कार्यों के दौरान बेहद सामान्य है.
जमकर होता है वहां पर बांस का उपयोग
बांस हल्का, लचीला और किफ़ायती होता है, इसलिए शहर की अधिकांश ऊँची इमारतों पर इसका उपयोग दशकों से होता आया है.हालांकि, आग लगने की स्थिति में बांस बेहद ज्वलनशील साबित होता है.इस घटना में भी यही हुआ—तेज हवाओं ने आग को तेजी से फैलाया और देखते ही देखते लपटें एक इमारत से दूसरी इमारत में पहुँच गईं.
हादसे में 55 लोगों की मौत
अब तक की जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 55 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 279 से अधिक लोग घायल हैं.कई निवासी अब भी लापता बताए जा रहे हैं, जिसके चलते मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है.आग इतनी भीषण थी कि कई अपार्टमेंट पूरी तरह राख में बदल गए, और रेस्क्यू टीमों को आग पर काबू पाने में कई घंटे लग गए.
हांगकांग की हाई-राइज़ बिल्डिंग्स
हांगकांग दुनिया में सबसे अधिक हाई-राइज़ बिल्डिंग्स वाला शहर माना जाता है.रिपोर्टों के अनुसार, यहाँ करीब 569 ऊँची इमारतें मौजूद हैं.शहर का भौगोलिक स्वरूप—सीमित भूमि क्षेत्र और पहाड़ी भूभाग—निर्माण को ऊँचाई की ओर ले जाता है.
ऊँची इमारतों का जंगल
यही कारण है कि हांगकांग की किसी भी तस्वीर में आपको ज्यादातर ऊँची इमारतों का ही जंगल दिखाई देगा.लेकिन जनसंख्या घनत्व अधिक होने और सीमित जगह में हजारों अपार्टमेंट्स बनाने के कारण सुरक्षा चुनौतियाँ भी उतनी ही बड़ी हो जाती हैं.
आग कांड के बाद ऊँची इमारतों की कमजोरियां हुई उजागर
वांग फुक कोर्ट की आग ने न केवल हांगकांग की ऊँची इमारतों की कमजोरियों को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि पारंपरिक निर्माण विधियाँ आधुनिक शहरी जोखिमों के सामने कितनी असुरक्षित हो सकती हैं.
उठ रहे हैं कई सारे सवाल
अब स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि वह बांस की मचान के उपयोग, ऊँचे भवनों में आपातकालीन निकासी मार्गों, अग्नि सुरक्षा नियमों और हवा के तेज बहाव वाले क्षेत्रों में निर्माण नियमन पर पुनर्विचार करें.इस घटना ने यह चर्चा भी तेज की है कि दुनिया के सबसे भीड़भाड़ वाले इस शहर में ऊर्ध्वाधर विकास कितना सुरक्षित है.
उठाने होंगे ठोस कदम
कुल मिलाकर, ताइ पो की यह आग हांगकांग के लिए एक चेतावनी है कि तकनीकी उन्नति और गगनचुंबी इमारतों की चमक के पीछे छिपे खतरों को गंभीरता से समझना और उन्हें कम करने के लिए ठोस कदम उठाना बेहद जरूरी है.