रसोई का साधारण मसाला, सेहत का पावरहाउस…तेजपत्ते की चाय से वेट लॉस; BP और इम्यूनिटी सब कंट्रोल
health benefits of bay leaf tea: तेजपत्ता भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाला एक आम लेकिन बेहद गुणकारी मसाला है. आमतौर पर इसका उपयोग बिरयानी और सब्ज़ियों में खुशबू और स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसके फायदे सिर्फ खाना पकाने तक सीमित नहीं हैं. तेजपत्ते से तैयार की जाने वाली हर्बल चाय स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है. आयुर्वेद में तेजपत्ते को औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है और इसकी चाय कई तरह की शारीरिक समस्याओं में राहत देती है.
तेजपत्ते की चाय
तेजपत्ते की चाय बनाना बेहद आसान है. इसके लिए एक गिलास पानी में 2–3 तेजपत्ते डालकर उबाला जाता है. स्वाद और फायदे बढ़ाने के लिए इसमें दालचीनी की एक स्टिक, थोड़ा सा अदरक या नींबू का रस मिलाया जा सकता है. पानी को 5–10 मिनट तक उबालने के बाद ढककर 2–3 मिनट रखा जाता है.
शहद मिलाकर गुनगुना पीना बेहतर
छानने के बाद इसमें शहद मिलाकर गुनगुना पीना सबसे बेहतर माना जाता है. इस चाय को सुबह खाली पेट या शाम के समय पीने से अधिक लाभ मिलता है.
तेजपत्ते की चाय के कई फायदे
स्वास्थ्य के लिहाज़ से तेजपत्ते की चाय कई फायदे देती है. यह मेटाबॉलिज़्म को तेज करती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है और फैट बर्न करने की प्रक्रिया बेहतर होती है.
मज़बूत बनाती है पाचन तंत्र को
यह पाचन तंत्र को मज़बूत बनाती है और गैस, अपच व कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम और संक्रमण से बचाव होता है.
अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए फायदेमंद
तेजपत्ते की चाय तनाव कम करने और बेहतर नींद लाने में भी सहायक मानी जाती है. अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए रात में इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है. इसके अलावा, यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को लाभ मिल सकता है. नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और दिल की सेहत भी बेहतर होती है.
त्वचा के लिए तेजपत्ते की चाय उपयोगी
त्वचा के लिए भी तेजपत्ते की चाय उपयोगी है. यह शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालने में मदद करती है, जिससे मुहांसे और झुर्रियां कम हो सकती हैं. साथ ही, यह सांस से जुड़ी समस्याओं में भी राहत देती है. हालांकि, इसके सभी फायदों के बावजूद इसका अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए. किसी गंभीर समस्या या एलर्जी की स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है.