बिना जिम Malaika Arora ने कर दिखाए स्ट्रेचिंग मूव्स! फैंस बोले तो इस वजह से थम गई है उम्र
आज की बिजी लाइफस्टाइल में स्ट्रेचिंग को अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, लगातार बैठने, लंबी ट्रैफिक जर्नी या हैवी वर्कआउट के बाद शरीर अकड़ जाता है और थकान महसूस होती है. बॉलीवुड एक्ट्रेस और फिटनेस आइकन मलाइका अरोड़ा ने इंस्टाग्राम पर एक खास पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने 6 आसान स्ट्रेच दिखाए. ये स्ट्रेच न केवल शरीर को रिलैक्स करते हैं बल्कि मानसिक शांति भी देते हैं.
कैट-काउ पोज़
कैट-काउ पोज़ रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने और गर्दन व पीठ की जकड़न को कम करने के लिए बेहद फायदेमंद है, मलाइका ने इसे अपनी स्ट्रेचिंग का पहला हिस्सा बनाया। यह पोज़ सांस और मूवमेंट के बीच बैलेंस लाता है और दिनभर की थकान मिटाता है.
90-90 हिप स्ट्रेच
लंबे समय तक बैठने वालों के लिए यह स्ट्रेच बेहद ज़रूरी है, 90-90 हिप स्ट्रेच गहरे हिप मसल्स को ढीला करता है और जोड़ों की फुर्ती बढ़ाता है. मलाइका ने बताया कि यह स्ट्रेच चोट से बचाने और मूवमेंट में सुधार करने में मदद करता है.
पपी पोज़ स्ट्रेच
यह स्ट्रेच बैकबेंड और फॉरवर्ड फोल्ड का शानदार कॉम्बिनेशन है, पपी पोज़ कंधों और छाती को खोलता है और नर्वस सिस्टम को शांत करता है.
पिजन सीटेड फॉरवर्ड पोज़
यह योगासन पिरिफॉर्मिस और हिप फ्लेक्सर्स को टारगेट करता है, रनिंग या ज्यादा वॉकिंग करने वालों के लिए यह स्ट्रेच राहत देने वाला है, मलाइका ने इस पोज़ से लोअर बैक पेन और हिप स्टिफनेस को कम करने की सलाह दी.
कोबरा स्ट्रेच
कोबरा स्ट्रेच रीढ़ की हड्डी को लंबा करता है और पेट की मांसपेशियों को एक्टिव करता है, यह पोज़ बेहतर पॉश्चर और कोर स्ट्रेंथ के लिए जाना जाता है. मलाइका ने इसे अपने स्ट्रेच रूटीन में शामिल कर बैक और स्पाइन हेल्थ पर ज़ोर दिया.
फ्रॉग स्ट्रेच
फ्रॉग स्ट्रेच जांघों और ग्रोइन एरिया की जकड़न को दूर करने के लिए बेहद असरदार है, यह पोज़ रक्त संचार को बेहतर बनाता है और हिप्स को ज्यादा लचीला करता है.
स्ट्रेचिंग की इम्पोर्टेंस
मलाइका का कहना है कि स्ट्रेचिंग सिर्फ एक्सरसाइज नहीं, बल्कि सेल्फ-केयर का एक रूप है, यह स्ट्रेस कम करता है, पॉश्चर सुधारता है और जोड़ों को लंबे समय तक स्वस्थ रखता है.
फिटनेस क्वीन मलाइका
मलाइका अरोड़ा अपनी फिटनेस और योगा रूटीन के लिए जानी जाती हैं, उनका यह स्ट्रेच वीडियो लाखों लोगों के लिए मोटिवेशन बना उन्होंने साबित किया कि फिटनेस का मतलब सिर्फ जिम नहीं, बल्कि बॉडी और माइंड का बैलेंस भी है.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है