रुद्राभिषेक कैसे करें? सावन में भगवान शिव की कृपा पाने के लिए जानिए सही पूजा विधि और मंत्रों का महत्व
भगवान शिव को समर्पित सावन के पवित्र महीने में रुद्राभिषेक करना एक बहुत ही फलदायक माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम ने भी रुद्राभिषेक किया था, शिव पुराण के अनुसार रुद्राभिषेक करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। देवों के देव महादेव की उपासना करने से व्यक्ति के मन में शांति सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है आईए जानते हैं रुद्राभिषेक की पूरी विधि…
रुद्राभिषेक का महत्व
स्कंद पुराण और शिव पुराण के अनुसार सावन के महीने में शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाना बहुत ही फलदायक होता है ,रुद्राभिषेक के दौरान भगवान शिव की विभिन्न स्वरूपों की अपाधना की जाती है, जिससे हमारी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
रुद्राभिषेक का सही समय
रुद्राभिषेक प्रातः काल में करना ज्यादा फलदायक होता है, आप पूरे दिन में कभी भी रुद्राभिषेक कर सकते हैं, लेकिन सोमवार को रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है।
मंदिर में रुद्राभिषेक
अगर आप मंदिर में रुद्राभिषेक करना चाहते हैं ,तो उस स्थान पर करें जहां शिवलिंग विराजमान है जबकि घर में रुद्राभिषेक करने के नियम थोड़े अलग हैं, घर में आपको शिवलिंग उत्तर दिशा में स्थापित करना चाहिए तथा अपना मुख पूरब करके बैठना चाहिए।
रुद्राभिषेक की सामग्रियां
रुद्राभिषेक में उपयोग की जाने वाली सारी चीजों का आध्यात्मिक महत्व होता है जैसे जल अभिषेक से शुद्धता होती है, दूध से मानसिक शांति मिलती है, वहीं दही हमारी पाचन शक्ति को सही करता है।
रुद्राभिषेक की विधि
इसे शुरू करने की सबसे सामान्य विधि है सबसे पहले ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाएं फिर क्रम से दूध, दही और घी से भगवान को स्नान कराएं।
सावधानियां
रुद्राभिषेक करते समय हमें कुछ सावधानियां को भी बताने की जरूरत होती है, हमें स्नान करके सफेद या पीले वस्त्र धारण करने चाहिए और शिवलिंग पर ताजा दूध या शहद ही चढ़ाना चाहिए व पूजा में प्रयोग होने वाले सारी समाग्रियां ताजी ही प्रयोग करनी चाहिए।
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