World War News : नाटो प्रमुख मार्क रुटे ने हाल ही में दिए एक बयान ने दुनिया को हिलाकर रख दिया है। मार्क रुटे ने अपने बयान में तीसरे विश्व युद्ध को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है। उन्होंने आशंका जताते हुए अपने बयान में कहा कि, अगर यदि चीनी सेना ताइवान पर हमला करती है और रूस नाटो सदस्य देशों को निशाना बनाता है, तो इससे विश्व में युद्ध छिड़ सकता है और दुनिया में भारी तबाही मच सकती है।
मार्क रूट ने आगे कहा कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो वह रूस को नाटो देशों पर हमला करने के लिए उकसा सकता है। इस रणनीति के जरिए पश्चिमी देशों का ध्यान ताइवान से हटकर यूरोप की तरफ जाएगा, जिससे चीन को प्रशांत क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका मिल सकता है। यह स्थिति काफी खतरनाक हो सकती है, क्योंकि अगर चीन और रूस एक साथ आक्रामक कदम उठाते हैं तो इससे परमाणु युद्ध की संभावना भी बढ़ सकती है।
पश्चिमी देशों को बढ़ानी होगी सैन्य क्षमता
रूटे ने पश्चिमी देशों से अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने का आग्रह किया है ताकि समय आने पर वे चीन और रूस के आक्रामक इरादों को रोक सकें और रूस को यूरोप पर हमला करने से रोक सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि ताइवान पर हमला करने से पहले चीन रूस से संपर्क करेगा और उसे यूरोप पर हमला करने के लिए उकसाएगा, ताकि पश्चिम का ध्यान एशिया से हटकर यूरोप की ओर लगाया जा सके।
चीन 2027 तक ताइवान पर हमला करेगा!
रूटे के बयान में चीन और रूस के बीच संभावित मिलीभगत की बात कही गई है। दरअसल, अमेरिका और ताइवान के अधिकारियों का अनुमान है कि चीन 2027 तक ताइवान पर हमला कर सकता है। चीनी सेना लगातार ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास कर रही है और चीनी नेतृत्व ने कई बार साफ किया है कि वह ताइवान को अपना हिस्सा मानता है।
रूटे के बयान पर रूस की प्रतिक्रिया
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने रूटे के बयान को बेतुका और हास्यास्पद बताया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “ऐसा लगता है कि रूटे ने बहुत ज़्यादा मशरूम खा लिए हैं।” मेदवेदेव ने रूटे के बयान को पूरी तरह से काल्पनिक बताया और कहा कि इसमें कोई ठोस तथ्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बयान पश्चिमी मीडिया द्वारा बनाई गई एक और सनसनी है और रूटे को अपनी सोच पर पुनर्विचार करना चाहिए।
Published by Shubahm Srivastava
July 7, 2025 04:52:18 PM IST

