Lakhimpur Kheri: एक माँ अपने बच्चे को 9 महीने तक पेट में पालती है। क्या हो जब अपने बच्चे की का चेहरा देखने से पहले वो भगवान को प्यारा हो जाए? ऐसा ही एक मामला लखीमपुर से सामने आया है। जिसने पूरे देश को झंझोर कर रख दिया है। ये खबर जानने के बाद हर कोई सदमे में है और अपने आने वाले भविष्य की चिंता में डूब गया है। ये रूह को झंझोर देने वाला मामला लखीमपुर से सामने आ रहा है। दरअसल, जिले के महेवागंज स्थित गोल्डर अस्पताल में प्रसव के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई। वहीँ बताया जा रहा है कि, पिता ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और हंगामा किया। इस दौरान डॉक्टरों का विरोध करते हुए पिता बच्चे का शव बैग में लेकर डीएम और एसपी कार्यालय पहुँच गया। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही सीएमओ, एसडीएम और कोतवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुँच गए। सीएमओ ने अस्पताल को सील कर दिया है। वहीँ अब इस मामले की जांच की जा रही है।
जानिए पूरा मामला
दरसल, भीरा थाना क्षेत्र के ग्राम नौसर जोगी निवासी विपिन गुप्ता की पत्नी प्रेग्नेंट थी। लेबर पैन होने पर उसे 21 अगस्त को गोल्डार हॉस्पिटल महेवागंज में भर्ती कराया गया। वहीँ पिता विपिन ने जानकारी दी कि उन्होंने अस्पताल में आठ हजार रुपये जमा करा दिए थे। पैसे कम होने पर अस्पताल की ओर से इलाज नहीं दिया गया। वहीँ जब महिला की हालत बिगड़ी तो उसे रेफर कर दिया गया। महिला को सृजन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसने मृत बच्चे को जन्म दिया। इससे परिवार में हड़कंप मच गया।
थैले में लेकर पहुंचा शव
इस दौरान पिता मौत की खबर सुनकर टूट गया और बच्चे को एक थैले में डालकर डीएम और एसपी कार्यालय पहुँचा। इस दौरान उसने गोल्डार अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बैग में बच्चे का शव देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए। सूचना मिलते ही सीएमओ, एसडीएम और कोतवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुँच गए। स्वास्थ्य विभाग ने गोल्डार अस्पताल की जाँच की। सीएमओ ने अस्पताल को सील कर दिया है।

