Inkhabar Hindi News

मुगल हरम में बादशाह से ज्यादा चलता था किन्नरों का राज, फिर क्यों थी प्रेम की सजा मौत!

दरअसल मुगल हरम में शासन तो बादशाह का ही चलता था, लेकिन बादशाह के बाद किन्नरों का बहुत महत्व था.

क्योंकि बादशाह को ऐसा लगता था कि अगर हरम में कोई पुरुष गया तो वहां कि महिलाएं उनसे संबंध बनाएंगी.

इस वजह से हमर की सुरक्षा के लिए पुरुषों को तैनात नहीं किया गया, बल्कि हिजड़ा यानी किन्नर हमर की महिलाओं की सुरक्षा करते थें.

ऐसे में बादशाह जितना स्नेह किन्नरों से रखते थे, उतना ही हरम की महिलाएं भी उनसे अपनापन रखती थीं.

हरम की औरतें प्रेम संबंध को पूरा करने के लिए भी किन्नरों की मदद लेती थीं, क्योंकि वे पहले पुरुष होते थें और बधियाकरण के बाद किन्नर बन जाते थे.

बता दें कि इस वजह से ही किसी किन्नर को जब हरम की किसी महिला से नजदीकी हो जाती थी तो उसे सजा दी जाती थी.

ऐसे में किन्नर और हरम की महिला के बीच संबंध होने पर किन्नर को हाथी के पैरों तले दबा दिया जाता था.

एक बार कि बात है जब जहांगीर ने एक किन्नर को अपनी त्यागी हुई एक महिला को चूमते हुए पकड़ लिया था.

तब गुस्से में आकर जहांगीर ने उस महिला के सामने ही किन्नर के टुकड़े-टुकड़े करवा दिए थे.

Read More