सर्दियों आते ही गुड़ की चाय की याद आने लगती है. गुड़ की चाय सर्दियों में स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी मानी जाती है.
कई लोग गुड़ की चाय पीना पसंद करते हैं, लेकिन अक्सर ये सवाल उठता है कि इसे कैसे बनाएं ताकि वह फटे नहीं.
शक्कर की चाय की तरह गुड़ की चाय बनाने पर वह फट सकती है. इसलिए गुड़ की चाय बनाने की विधि शक्कर वाली चाय से अलग होती है.
3 कप चाय के लिए 1.5 कप पानी डालें और गर्म होने दें. अगर कम दूध वाली चाय पसंद है, तो 2 कप पानी भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
पानी उबालने के बाद चाय पत्ती और गुड़ डालें. गुड़ को पानी में पूरी तरह घुलने और रंग छोड़ने दें. ध्यान दें, गुड़ की मिठास चीनी से कम होती है, इसलिए मात्रा अधिक रखें.
इलायची, लौंग और काली मिर्च को पहले कूट लें. इसके बाद अदरक का टुकड़ा और तुलसी के पत्ते डालें.
चाय फटने का मुख्य कारण तापमान का अंतर होता है. जब गुड़ का मिश्रण उबल रहा हो, उसी समय दूसरे चूल्हे पर दूध उबालें. दूध सिर्फ गर्म नहीं, बल्कि उबाल आने तक गर्म होना चाहिए.
गर्म गुड़ के मिश्रण में ठंडा या गुनगुना दूध डालने से चाय फट सकती है. उबलता हुआ दूध डालने पर चाय कभी फटती नहीं. उबलते हुए दूध को गुड़ और चायपत्ती के मिश्रण में मिलाकर उबाल लें.