Lucknow में छापेमारी के दौरान बड़े ब्रांड्स की गंदगी आई सामने , देखकर लोग रह गए दंग
लखनऊ में हाल ही में हुई फूड सेफ्टी विभाग की छापेमारी में एक चौंकाने वाला सच सामने आया है। कई जाने-माने रेस्टोरेंट और फूड ब्रांड्स, जिन पर लोग आंख बंद करके भरोसा करते हैं, वहां खाने में घटिया सामग्री इस्तेमाल हो रही थी। साफ-सफाई की हालत भी बेहद खराब पाई गई। कुछ जगहों पर तो खाना ऐसे तरीकों से तैयार किया जा रहा था, जो सीधे तौर पर सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
घटिया सामग्री और बासी चीजों का उपयोग
जांच में पाया गया कि कई फूड आउटलेट्स बासी सब्जियां, सड़े फल और खराब हो चुके खाद्य पदार्थों को दोबारा उपयोग कर ग्राहकों को परोस रहे थे। यह ना सिर्फ धोखाधड़ी है, बल्कि इससे खाद्य जनित बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है।
री-यूज ऑयल का इस्तेमाल
कई आउटलेट्स में एक ही कुकिंग ऑयल को बार-बार गर्म कर इस्तेमाल किया जा रहा था और उसमें हानिकारक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं।
सिंथेटिक कलर और फ्लेवर का अधिक प्रयोग
कुछ प्रतिष्ठानों में खाने में सिंथेटिक रंग और स्वाद बढ़ाने वाले रसायनों का ज्यादा प्रयोग किया गया था। ये रसायन देखने और खाने में तो भोजन को आकर्षक बना सकते हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
मायोनीज और आइस में बैक्टीरिया
जांच में यह भी पाया गया कि कुछ आउटलेट्स के मायोनीज और आइस क्यूब्स में हानिकारक बैक्टीरिया की मौजूदगी थी। इसका मतलब है कि उपभोक्ता जो सॉस और कोल्ड ड्रिंक्स ले रहे थे।
खराब स्टोरेज और खुले में रखा सामान
रेड में यह भी सामने आया कि सब्जियों और डेयरी उत्पादों को खुला रखा गया था या सही तापमान पर सेट नहीं किया गया था। जिसकी वजह से खाद्य सामग्री जल्दी सड़ने लगती है और उसमें बैक्टीरिया पनपते हैं।
हाइजीन का अभाव
कई आउटलेट्स में साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब पाई गई। किचन गंदे थे, कर्मचारी बिना दस्ताने या बाल कवर के खाना बना रहे थे। हाथ धोने की कोई उपयुक्त व्यवस्था नहीं थी।
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