क्या आप भी डेली बदलते हैं अपनी नेल पेंट का कलर? तो बन सकता हैं आपके लिए ये खतरे की घंटी
नेलपेंट का इस्तेमाल आजकल फैशन और पर्सनैलिटी को निखारने का एक कैजुअल तरीका बन चुका है। खूबसूरत नाखून हर किसी को पसंद आते हैं, लेकिन रोजाना नेल पेंट लगाने की आदत आपके नाखूनों और हेल्थ दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। इसमें मौजूद केमिकल्स नाखूनों की मजबूती पर असर डालते हैं, इसलिए जरूरी है कि इसके नुकसान को समझकर ही इस्तेमाल करें।
नाखूनों की मजबूती पर असर
डेली नेल पेंट लगाने से नाखूनों की नेचुरल मजबूती कम हो जाती है। इसमें मौजूद केमिकल्स नाखूनों को कमजोर और पतला बना देते हैं और अगर हम लंबे समय तक नेल पेंट का इस्तेमाल करते है तो नाखून टूटने लगते हैं।
नाखूनों का पीला पड़ना
लगातार डार्क नेलपेंट का इस्तेमाल करने से नाखूनों का नेचुरल रंग बदल जाता है। यह पीले या धुंधले दिखने लगते हैं, जो देखने में अच्छा नहीं लगता। यह असर पॉलिश में मौजूद पिगमेंट और केमिकल्स के कारण होता है।
एलर्जी और जलन का खतरा
कुछ लोगों को नेल पेंट में मौजूद कैमिकल्स से एलर्जी हो सकती है। इससे नाखूनों के आसपास की स्किन में जलन या खुजली हो सकती है। अगर ऐसा महसूस हो तो तुरंत नेल पॉलिश हटाएं और डॉक्टर से सलाह लें।
नाखूनों में ड्राईनेस
नेल पेंट और रिमूवर में मौजूद केमिकल्स नाखूनों की नमी को कम कर देते हैं। इससे नाखून बेजान और कमजोर हो जाते हैं। अगर हम डेली मॉइस्चराइजिंग करे तो इस समस्या को कम किया जा सकता है।
सांस की तकलीफ का खतरा
नेल पेंट लगाने या रिमूव करने के दौरान निकलने वाली गंध में केमिकल्स होते हैं, जो हमारे फेफड़ों पर असर डाल सकते हैं। खासकर अस्थमा या सांस की समस्या वाले लोगों को यह नुक्सान पंहुचा सकते हैं।
बच्चों के लिए हानिकारक
छोटे बच्चों के लिए नेलपेंट खतरनाक हो सकता है, क्योंकि वे नाखून मुंह में डाल सकते हैं। इससे केमिकल्स उनके शरीर में जा सकते हैं, जो उनकी हेल्थ पर बुरा असर डालते हैं।
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.