America से India में क्या आता है? जानकर रह जाएंगे हैरान
हमारे किचन और फ्रिज में कई बार ऐसे फल और ड्राई फ्रूट्स होते हैं, जिनका स्वाद और पोषण हमें भाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनमें से कई चीजें भारत में नहीं उगतीं? खासकर अमेरिका से आने वाले प्रोडक्ट्स का भारतीय बाजार में काफी दबदबा है। बादाम, अखरोट, पिस्ता और सेब – ये सभी न केवल स्वादिष्ट हैं बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं। भारत में इनकी खपत इतनी अधिक है कि इन्हें बड़ी मात्रा में अमेरिका से आयात किया जाता है।
बादाम (Almonds)
अमेरिका के कैलिफोर्निया में उगने वाले बादाम पूरी दुनिया में मशहूर हैं। भारत में आने वाले ज़्यादातर बादाम वहीं से आते हैं। बादाम प्रोटीन, फाइबर, विटामिन E और हेल्दी फैट्स का बेहतरीन स्रोत हैं।
अखरोट (Walnuts)
अखरोट का उत्पादन अमेरिका के कैलिफोर्निया और ओरेगन में बड़े पैमाने पर होता है। भारत में मिलने वाले उच्च गुणवत्ता वाले अखरोट वहीं से आयात किए जाते हैं। अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का प्रमुख स्रोत हैं, जो दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं
पिस्ता (Pistachios)
पिस्ता अमेरिका के कैलिफोर्निया और न्यू मैक्सिको में बड़ी मात्रा में उगाया जाता है। भारत में आने वाले पिस्ते का हरा रंग, मिठास और हल्की कुरकुराहट लोगों को आकर्षित करती है। पिस्ता में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन B6 और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है।
सेब (Apples)
अमेरिका के वॉशिंगटन स्टेट के सेब विश्व-प्रसिद्ध हैं। इनका रंग, रस और कुरकुरापन इन्हें खास बनाता है। भारत में इनकी डिमांड सालभर बनी रहती है। सेब में फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं, जो पाचन को सुधारते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।
ब्लूबेरी (Blueberries)
अमेरिका की ब्लूबेरी अपने प्राकृतिक मिठास और पौष्टिकता के लिए जानी जाती हैं। भारत में ताजा और फ्रोजन दोनों रूप में ये आसानी से मिल जाती हैं। ब्लूबेरी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो त्वचा को जवान बनाए रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती हैं।
चेरी (Cherries)
अमेरिका के वॉशिंगटन और ओरेगन में उगाई जाने वाली चेरी भारत में गर्मियों के दौरान खूब बिकती है। इनका लाल रंग, रसदार स्वाद और मिठास इन्हें खास बनाती है। चेरी विटामिन C, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं।
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प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.