• Home>
  • Gallery»
  • क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग

भारत में अपने मंदिर तो देखे होंगे लेकिन कहीं ऐसे अनोखे मंदिर है भगवान के जहां पर मांस के साथ-साथ शराब को भी प्रसाद की तरह चढ़ाया जाता है, जो देश की एक विविध धानी परंपराओं को भी दर्शाता है।


By: Komal Kumari | Published: July 29, 2025 11:54:26 PM IST

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
1/7

काल भैरव मंदिर

यह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में है यहां पर भगवान काल भैरव को शराब चढ़ाया जाता है जो काफी शुभ माना जाता है और यहां पर सारे भक्त शराब की बोतल लेकर आते हैं, जिनमें से कुछ मूर्ति अर्पित की जाती है।

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
2/7

कामाख्या मंदिर

गुवाहाटी में बताइए मंदिर यहां पर 51 शक्तिपीठ में से एक कामाख्या देवी का मंदिर है, यहां मैन कम कामाख्या को प्रसाद में मांस और मछली का भोग लगाया जाता है।

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
3/7

तारापीठ मंदिर

यह मंदिर पश्चिम बंगाल में है जो देवी तारा को समर्पित किया गया है, यहां पर मैं आपको मांस की बलि चढ़ाई जाती और शराब के साथ भोग लगाया जाता है।

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
4/7

कालीघाट मंदिर

कोलकाता के प्रसिद्ध काली मंदिर में देवी काली को बकरे की बलि दी जाती है, बल्कि के बाद इस मास को प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटा जाता है।

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
5/7

खबीस बाबा मंदिर

यह है मंदिर लखनऊ के पास सीतापुर में स्थित है, जहां पर खबीस बाबा को शराब का भोग चढ़ाया जाता है यहां पर ऐसी मान्यता है,कि ख्वाब इस बाबा को शराब बहुत ज्यादा पसंद थी।

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
6/7

भवाल माता मंदिर

यह मंदिर मेरठ में है इस मंदिर में देवी को अनोखी शराब चढ़ाई जाती है, जो काफी लोकप्रिय मानी जाती है।

क्या आप जानते हैं? भारत के कुछ मंदिर जहां शराब-मांस है मुख्य भोग - Photo Gallery
7/7

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.