India Russia News: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले महीने भारत आ सकते हैं। चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मनों के लिए डराने वाली बात ये है कि पुतिन अपने साथ एक महारथी ला रहे हैं। जी हां, रूसी राष्ट्रपति भारत को अपना सबसे शक्तिशाली टैंक T14 अमार्टा देना चाहते हैं। जब से पाकिस्तानियों को ये खबर मिली है, उनका देश सन्न रह गया है। दावा किया जा रहा है कि अगर ये सौदा हो गया, तो रूसी अमार्टा LoC पर पाकिस्तानी सेना पर कहर बरपाएगा।
पुतिन भारत को क्या ऑफर करने वाले हैं?
जो पाकिस्तान कल तक इजरायल-इजरायल चिल्ला रहा था। अब अचानक रूस-रूस चिल्ला रहा है। रूस को भारत का करीबी दोस्त बता रहा है। हमें पता है क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं। लेकिन वो अपने साथ क्या ला रहे हैं? ये सुनकर पाकिस्तानियों के दिल जल रहे हैं। जो पाकिस्तानी कभी साहस और बहादुरी की बात करते थे, वो उस वक्त मुंह छिपाकर बैठ गए थे जब भारत की मिसाइलें पाकिस्तान पर बरस रही थीं। अब उन्हें LoC पर भी चैन नहीं मिलने वाला। भारत-रूस की दोस्ती ने पाकिस्तान के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर दिया है, जिसका नाम है टी-14 अमार्टा।
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दुनिया का सबसे शक्तिशाली टैंक कौन सा है?
जो सिर्फ एक टैंक नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे शक्तिशाली टैंक है। जिस पर न तो परमाणु हमले का असर होता है और न ही रासायनिक हथियारों का… बताया जा रहा है कि पुतिन के भारत दौरे के दौरान भारत और रूस के बीच टी-14 अमार्टा टैंक को लेकर डील हो सकती है। जिसके तहत रूस भारत को अपना सबसे आधुनिक टैंक, टी-14 अमार्टा भारतीय जमीन पर बनाने का प्रस्ताव दे सकता है। रूस भारतीय सेना को ध्यान में रखते हुए टी-14 टैंक का एक खास वेरिएंट देने को तैयार है। इस टैंक को बनाने वाली रूसी कंपनी भारतीय कंपनी के साथ एक संयुक्त उद्यम के तहत टी-14 टैंक बनाना चाहती है।
भारत के पास इस समय कौन से रूसी टैंक हैं?
भारत के पास इस समय टी-72 और टी-90 जैसे टैंक हैं, जो समय के साथ तकनीक के मामले में अब पिछड़ रहे हैं। इसके अलावा, चीन और पाकिस्तान द्वारा अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाने के कारण भारत को नई पीढ़ी के टैंकों की ज़रूरत है। ऐसे में यह टैंक भारत के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है। पाकिस्तानी इससे बेहद बौखलाए हुए हैं और अब अपनी विदेश नीति को कोस रहे हैं।
टी-14 अमार्टा टैंक कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाइए कि रूस का दावा है कि अमेरिका का नंबर-1 टैंक अब्राम्स भी इसके सामने नहीं टिक सकता। दुनिया के किसी भी देश के पास ऐसी कोई एंटी-टैंक तकनीक नहीं है जो इस टैंक के कवच को ध्वस्त कर सके। टी-14 अमार्टा दुनिया का पहला पूरी तरह से स्वचालित बुर्ज है और इसमें बख्तरबंद कैप्सूल लगा है।
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इस टैंक की क्या-क्या खासियतें हैं?
इस टैंक में टैंक कमांडर, गनर और ड्राइवर सभी इस मजबूत कवच के अंदर बैठते हैं। इस टैंक की 125 मिमी गन से न केवल साधारण गोले दागे जा सकते हैं, बल्कि लेजर गाइडेड मिसाइलें भी दागी जा सकती हैं। इसकी खासियत यह है कि यह माइनस 50 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में भी काम कर सकता है, जिससे यह लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश जैसे ठंडे इलाकों में काफी कारगर साबित हो सकता है।
पाकिस्तान से लगती भारत की सीमा पर जम्मू, पंजाब और राजस्थान के खुले मैदानों में लड़ाई का जिम्मा खास तौर पर टैंकों पर है। इसलिए भारतीय सेना अपने टैंकों की ताकत लगातार बढ़ा रही है। ऐसे में अगर T14 अमार्टा भारत में बनता है, तो न सिर्फ मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारत को एक ऐसा टैंक भी मिलेगा जो लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक के ठंडे इलाकों में आसानी से काम कर सकता है। जो चीन के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।