July 27, 2024
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Turkey Earthquake: क्या 21वी सदी का सबसे बड़ा भूकंप है तुर्की भूचाल?

  • WRITTEN BY: Riya Kumari
  • LAST UPDATED : February 6, 2023, 9:41 pm IST

नई दिल्ली: तुर्की-सीरिया में सोमवार को आया भूकंप सैंकड़ों लोगों के लिए तबाही का मंजर बन गया है. अब तक 2300 से अधिक लोग इस भूकंप की चपेट में आकर अपनी जान गवा चुके हैं. ये आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि 7.8 तीव्रता का ये भूकंप अब तक का सबसे बड़ा भूकंप नहीं है. आइए आपको बताते हैं कि 21वीं सदी का कौन सा भूकंप रिक्टर पैमाने पर सबसे तेज भूकंप था, जिससे सुनामी तो नहीं आई लेकिन तबाही ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया.

तुर्की-सीरिया में आए 7.8 तीव्रता का भूकंप बड़ी तबाही लेकर आया है. चारों तरफ बर्बादी ही बर्बादी. (फोटोः एपी)

इंडोनेशिया में आया 8.6 तीव्रता का भूकंप

28 मार्च 2005 में इंडोनेशिया में आया भूकंप की तीव्रता 21वीं सदी में अब तक का सबसे तीव्र भूकंप है जिसकी तीव्रता 8.6 थी. इस भयानक भूकंप का केंद्र नियास-सिमुलुए में था. हालांकि इसकी तीव्रता के अनुसार मौतों का आंकड़ा कम ही रहा. इस आपदा में 13 सौ से ज्यादा लोग मारे गए थे.

Turkey Earthquake

चीन में भी तबाही

21वी सदी का दूसरा बड़ा भूकंप 12 मई 2008 में चीन के सिचुआन में आया था जिसकी तीव्रता 7.9 दर्ज़ की गई थी. हिमालय की गोद में बसा यह इलाका पूरी तरह से तहस-नहस हो गया जिसमें 87 हजार से अधिक लोगों ने जान गंवाई थी. इसके बाद आता है 25 अप्रैल 2015 को नेपाल में आया 7.8 तीव्रता का भूकंप जिसने जमीन हिला दी थी. इस प्राकृतिक आपदा में 8964 लोगों के मारे जाने का आधिकारिक आंकड़ा है.

भारत का भूकंप

गुजरात के भुज-कच्छ में आया भूकंप भी तीव्रता के मामले में कम नहीं था.उसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 थी जिसमें 20 हजार से ज्यादा लोगा मारे गए थे. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 8 अक्टूबर 2005 के दिन आया भूकंप भी 7.6 तीव्रता का था. इसकी चपेट में आकर 87 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई.

तीन बार आया भूकंप

सोमवार (6 फरवरी) को तीसरी बार तुर्की में भूकंप के झटको से धरती हिली है. पिछले 10 घंटो में ये तीसरी बार है जब तुर्की में भूकंप आया है. अब तक इन झटकों ने 2300 से अधिक लोगों की जान ले ली है. जानकारी के अनुसार तीसरी बार इस भूकंप की तीव्रता 6 मापी गई है. ये झटके शाम पांच बजकर 32 मिनट पर महसूस किए गए हैं. इससे पहले यानी दूसरी बार भारतीय समयानुसार तीन बजकर 54 मिनट पर भी भूकंप आया था. दूसरी बार आए इस भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई थी. दूसरी बार आए भूकंप का केंद्र अंकारा से 427 किलोमीटर दूर जमीन से 10 किमी. तक अंदर था.

 

लगातार बढ़ रहा मरने वालों का आंकड़ा

देश की आपदा एजेंसी का हवाले से एक समाचार एजेंसी ने बताया है कि दक्षिणी तुर्की में कहारनमारास प्रांत के एलबिस्तान जिले में 7.6 तीव्रता का एक और ताजा भूकंप आया है. इस भूकंप का प्रभाव सीरिया के दमिश्क, लताकिया अन्य सीरियाई प्रांतों में भी हुआ है. गौरतलब है कि सोमवार की सुबह तड़के सवा चार बजे तुर्की में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इस भूकंप में अब तक मरने वालों की संख्या 2300 के पार जा चुकी है. भूकंप का केंद्र गजियांटेप इलाके में स्थित था. बता दें, ये स्थान सीरिया बॉर्डर से सिर्फ 90 किलोमीटर दूर है. तुर्की और सीरिया, दोनों में ही 6 बार भूकंप आया है. इस भयानक भूकंप में जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

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