लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अवैध खनन से जुड़े मामले में अखिलेश यादव को कल यानी 29 फरवरी को राजधानी दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश होने के लिए बुलाए गए है. समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव को गवाह के तौर पर सीबीआई के सामने पेश होने को कहा गया है. उत्तर प्रदेश पूर्व सीएम अखिलेश यादव को केंद्रीय जांच एजेंसी धारा सीआरपीसी 160 के तहत 21 फरवरी को ही नोटिस जारी किया गया था. इस नोटिस में अखिलेश यादव को 29 फरवरी को सीबीआई के सामने होने को बोला गया था।
जनवरी 2019 में वर्तमान डीएम और खनन अधिकारी समेत कई अन्य अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, इस एफआईआर में आरोप यह है कि सरकारी कर्मचारी प्राथमिकी दर्ज के बाद भी अवैध खनन होने दिया, अवैध खनन पर रोक के लिए कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
उत्तर प्रदेश के अवैध खनिज खनन के मामले को लेकर जनवरी 2019 में ही डीएम एवं अन्य अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया गया था, लेकिन उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में एफआईआर के बाद भी लोगों को अवैध रूप से छोटे खनिजों का उत्खनन करने का अनुमति दे दिया गया. इतना ही नहीं, चोरी करने और अवैध रूप से धन उगाही करने की अनुमति दी गई. इस से प्राकृत द्वारा दिया गए जनता के उपहार को बर्बाद किया जा रहा है. आम जनता के जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है, खनिज उत्खनन से मनुष्य जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
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