July 27, 2024
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Monsoon Arrival: क्यों हो रही मानसून की वक्त से पहले एंट्री, मौसम वैज्ञानिक ने बताया कारण

  • WRITTEN BY: Tuba Khan
  • LAST UPDATED : May 30, 2024, 9:01 am IST

नई दिल्लीः भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार (29 मई 2024) को कहा कि मानसून पहले आ सकता है। आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वानुमान से एक दिन पहले गुरुवार (30 अप्रैल, 2024) को केरल तट और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में पहुंचने की संभावना है। इससे पहले मौसम विभाग ने केरल में 31 मई को मानसून के आगमन की आशंका जताई थी। अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून के आगमन की सामान्य तारीख 5 जून है। ऐसे में इस बात पर बहस चल रही है कि मानसून के जल्दी आने की वजह क्या है. इस सवाल का जवाब मौसम विज्ञानियों ने दिया है.

मानसून समय से पहले आने का कारण क्या है?

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने मौसम वैज्ञानिकों के हवाले से जानकारी दी कि मानसून के जल्दी आने का एक वजह चक्रवाती तूफान रेमल हो सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा, ”पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे चक्रवात रेमल ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया. ये पूर्वोत्तर में मानसून के जल्दी आने की एक वजह हो सकता है.” वैसे चक्रवाती तूफान रेमल का असर पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में ही सबसे ज्यादा हुआ है.

पूर्वोत्तर राज्य में लोगों की गई जान

चक्रवाती तूफान रेमल के कारण पूर्वोत्तर राज्यों (पूर्वोत्तर भारत) में भारी बारिश और भूस्खलन हुआ। परिणामस्वरूप, 30 से अधिक लोग मारे गए और कई लापता हो गए। इसके अलावा कई घर भी ढह गए. मिजोरम के आइजोल जिले में विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन और बारिश के बाद चार और शव बरामद होने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई। असम में चार, नागालैंड में चार और मेघालय में दो लोगों की मौत हो गई.

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