KK की याद में गुरुदास कॉलेज में लगाई गई मूर्ति, गायक ने आखिरी बार यहीं किया था परफॉर्म

मुंबई: बॉलीवुड के गायक और संगीतकार कृष्णकुमार कुन्नथ यानी केके, उन सिंगर्स में से एक थे, जो अपनी मधुर आवाज से दुनियाभर में मशहूर थे। लेकिन बीते साल 2022 इस मधुर आवाज के सरताज केके हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़कर चले गए। उनके निधन से न सिर्फ उनके चाहने वाले बल्कि म्यूजिक इंडस्ट्री […]

Advertisement
KK की याद में गुरुदास कॉलेज में लगाई गई मूर्ति, गायक ने आखिरी बार यहीं किया था परफॉर्म

Noreen Ahmed

  • June 1, 2023 10:08 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई: बॉलीवुड के गायक और संगीतकार कृष्णकुमार कुन्नथ यानी केके, उन सिंगर्स में से एक थे, जो अपनी मधुर आवाज से दुनियाभर में मशहूर थे। लेकिन बीते साल 2022 इस मधुर आवाज के सरताज केके हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़कर चले गए। उनके निधन से न सिर्फ उनके चाहने वाले बल्कि म्यूजिक इंडस्ट्री को भी बेहद दुःख पहुंचा था। कल केके की पहली पुण्यतिथि थी और इस दुख के मौके पर देशभर में कई जगहों पर उन्हें अलग-अलग तरह से सिंगर को याद किया गया। इसी के चलते कोलकाता का वह कॉलेज बेहद खास रहा जहां पर गायक ने अपना आखिरी कॉन्सर्ट किया था और इसी कारण केके की याद में उनकी मूर्ति की स्थापना की गई है।

सिंगर की प्रतिमा को किया स्थापित

दरअसल कल बुधवार के दिन मशहूर गायक केके को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए कोलकाता के गुरुदास कॉलेज में उनकी एक प्रतिमा स्थापित की गई। बता दें कि यह वहीं कॉलेज है जहां सिंगर ने अपने निधन से पहले आखिरी बार परफॉर्म किया था। केके का पिछले साल 2022 31 मई को इसी कॉलेज में संगीत कार्यक्रम के चलते दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी.

अधिकारी और सभी छात्रों ने गायक को दी श्रद्धांजलि

इस वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि कॉलेज के अधिकारी और सभी छात्र गायक को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हैं। इतना ही नहीं सिंगर को श्रद्धांजलि देने के लिए केके की मूर्ति पर स्टूडेंट्स और कर्मचारियों द्वारा फूल रखे गए। मीडिया से बातचीत कर स्थानीय पार्षद अमल चक्रवर्ती ने कहा कि केके मधुर आवाज के साथ एक जादुई शख्स भी थे। यह बेहद दुख की बात है कि गुरुदास कॉलेज का कार्यक्रम उनका अंतिम संगीत कार्यक्रम बन गया था।

यह भी पढ़ें : 

10 दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी, सैन फ्रांसिस्को में प्रवासी भारतीयों से की बातचीत

Advertisement