Zohran Mamdani: पिछले कुछ दिनों से अमेरिका से लेकर भारत तक सुर्खियों में छाए भारतीय मूल के नेता जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के डेमोक्रेटिक मेयर पद की प्राइमरी में जीत हासिल कर ली है। मंगलवार को घोषित नए वोटों की गिनती के बाद उनकी जीत की पुष्टि हो गई है। ममदानी ने इस चुनाव में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को हराया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, ममदानी की जीत की उम्मीद नतीजे आने से पहले ही की जा रही थी। इससे पहले पिछले हफ्ते वोटिंग खत्म होने के बाद उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बढ़त बना ली थी और शहर के ‘रैंक्ड चॉइस वोटिंग मॉडल’ के तहत एक और काउंटिंग से बचने के लिए जरूरी 50 फीसदी वोटों से बस कुछ ही वोट पीछे रह गए थे। अब ममदानी आम चुनाव के लिए मैदान में उतरेंगे।
ट्रंप ने फिर बोला हमला
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ममदानी एक शुद्ध कम्युनिस्ट और पूरी तरह से पागल हैं। इस दौरान ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर वह चुने जाते हैं तो वह उनके साथ खूब मौज-मस्ती करेंगे। मंगलवार को नतीजों की घोषणा से पहले मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि वे बहुत बुरे हैं। वे कम्युनिस्ट हैं। हमें कम्युनिस्टों की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।”ट्रंप ने ममदानी के लिए कुछ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वे एक बुरी खबर हैं और मुझे उन्हें देखकर मजा आएगा क्योंकि उन्हें अपना पैसा लेने के लिए व्हाइट हाउस आना पड़ेगा।
ट्रंप ने दी ये धमकी
ट्रंप ने आगे कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मैंने सुना है कि वे पूरी तरह से पागल हैं।” ट्रंप ने यह भी धमकी दी है कि अगर मेयर चुने जाने के बाद ममदानी अच्छा काम नहीं करते हैं तो वे न्यूयॉर्क शहर को मिलने वाली सरकारी फंडिंग रोक देंगे। ट्रंप ने कहा, “अगर वे जीतते हैं तो मैं राष्ट्रपति हूं। उसे सही काम करना होगा, नहीं तो उसे कोई पैसा नहीं मिलेगा।”
कौन है जोहरान ममदानी?
गौरतलब है कि जोहरान ममदानी भारतीय मूल के हैं। 33 वर्षीय ममदानी मशहूर फिल्म निर्माता मीरा नायर के बेटे हैं। पिछले हफ्ते मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी में अपनी जीत की घोषणा के बाद उन्होंने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था। ममदानी अब न्यूयॉर्क शहर के पहले भारतीय अमेरिकी और मुस्लिम बन सकते हैं। ममदानी 2020 में पहली बार न्यूयॉर्क विधानसभा के लिए चुने गए थे और तब से दो बार जीत चुके हैं। वह डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट विचारधारा से जुड़े हैं और अपने बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं।