वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक के दौरान एक इंटरव्यू में मोहम्मद यूनुस ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ता तनाव उन्हें निजी तौर पर काफी परेशान कर रहा है। यूनुस ने कहा...
नई दिल्ली। शेख हसीना सरकार का तख्तापलट कर बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज होने वाली अंतरिम सरकार पिछले कई महीनों से भारत विरोध में अंधी बनी हुई है। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस की आंखे खुलती हुई नजर आ रही हैं। स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक के दौरान यूनुस ने बांग्लादेश-भारत के रिश्तों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक के दौरान एक इंटरव्यू में मोहम्मद यूनुस ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ता तनाव उन्हें निजी तौर पर काफी परेशान कर रहा है। यूनुस ने कहा इंडिया से खराब रिश्ता उनका दिल दुखाता है। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों बहुत अहम पड़ोसी देश हैं और इसी वजह से हमारे रिश्ते मजबूत होने चाहिए।
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2024 के बाद भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बिगड़े गए। 5 अगस्त को बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना छात्र आंदोलन के हिंसक होने के बाद अपने पद से इस्तीफे देकर भारत आ गई थीं। इसके बाद बांग्लादेश में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन होता है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार देश के कट्टरपंथियों के आगे पूरी तरह से नतमस्तक हो गई। इस वक्त बांग्लादेश में कट्टरपंथियों का बोलबाला है। पूरे देश में हिंदुओं पर पिछले कई महीनों से जुल्म ढाए जा रहे हैं। कई इलाकों में हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया है। बड़ी संख्या में बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू विस्थापित भी हुए हैं। भारत सरकार कई बार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को कह चुकी है कि वो अपने देश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
बांग्लादेश का उतर गया भूत, पाकिस्तान की तरह कटोरा लेकर मांग रहा भीख, झुके मोहम्मद युनूस