नई दिल्ली। पड़ोसी देश चीन के वैज्ञानिकों ने हाइड्रोजन पर आधारित एक नए बम का सफल परीक्षण किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस बम में किसी भी प्रकार की परमाणु सामग्री का उपयोग नहीं हुआ है। इसके बावजूद यह बम बड़े क्षेत्र में तबाही मचाने की क्षमता रखता है। बताया जा रहा है कि इस बम का वजन सिर्फ 2 किलोग्राम है और इसने परीक्षण के दौरान 1,000 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान वाला आग का गोला उत्पन्न किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बम को चीन की स्टेट शिपबिल्डिंग कॉरपोरेशन (CSSC) ने विकसित किया है, जो अंडरवाटर वेपन सिस्टम्स में माहिर मानी जाती है। इसमें मैग्नीशियम पर आधारित सॉलिड स्टेट हाइड्रोजन स्टोरेज मटेरियल का भी इस्तेमाल हुआ है, जिसे मैग्नीशियम हाइड्राइड के तौर पर जाना जाता है। यह मटेरियल एक चांदी जैसे दिखने वाले पाउडर के रूप में इस्तेमाल होता है। यह पारंपरिक प्रेशर टैंकों की तुलना में ज्यादा हाइड्रोजन को संग्रहित कर सकता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि एक्टिव किए जाने पर मैग्नीशियम हाइड्राइड तेजी से थर्मल अपघटन से गुजरता है, जिससे हाइड्रोजन गैस निकलने लगती है और यह गैस बाद में आग में बदल जाती है। वांग ज़ुएफेंग के नेतृत्व वाली सीएसएससी की टीम ने बताया कि हाइड्रोजन गैस की प्रज्वलन नई ऊर्जा के साथ होती है और विस्फोट का दायरा बड़ा होता जाता है। इसकी लपटें काफी तेजी से फैलती हैं और यह संयोजन विस्फोट की तीव्रता को काफी सटीक तरीके से नियंत्रित करता है, जिससे किसी बड़े इलाके में लक्ष्यों को आसानी से नष्ट किया जा सकता है।
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