भारत और ग्रीस के बीच मजबूत संबंध बढ़ रहे हैं। ग्रीस और भारत ने मिलिट्री सहयोग समझौता भी किया है। ये ऐसे समय हुआ है, जब पाकिस्तान और तुर्की के बीत रिश्ते बेहतर हो रहे हैं। तुर्की और पाकिस्तान के कदमों के कारण भारत और ग्रीस की नजदीकियां बढ़ी हैं।
नई दिल्ली: पाकिस्तान और तुर्की के रिश्तों में हाल के वर्षों में सुधार हुआ है, जिससे भारत और ग्रीस के बीच रिश्तों में भी सुधार देखने को मिला है। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते ऐतिहासिक रूप से तनावपूर्ण रहे हैं और तुर्की और ग्रीस के बीच भी पुराना विवाद है। इस स्थिति ने पाकिस्तान-तुर्की संबंधों को मजबूत किया है, जबकि ग्रीस-भारत संबंधों को भी स्वाभाविक रूप से प्रगाढ़ किया है। भारत की बढ़ती हुई आर्थिक ताकत ग्रीस के लिए फायदेमंद हो सकती है और इससे दोनों देशों को लाभ हो सकता है।
पाकिस्तान ने तुर्की के साथ एक बड़े नौसैनिक अभ्यास में भाग लेने के लिए अपने बेड़े को पूर्वी भूमध्यसागर में भेजा है। इस अभ्यास का उद्देश्य ग्रीस के समुद्री क्षेत्र और पूर्वी एजियन के ग्रीक द्वीपों पर नियंत्रण स्थापित करना है। तुर्की के विमानों ने ग्रीस के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन भी किया, जिसके बाद ग्रीस और भारत के रिश्ते मजबूत हुए हैं। इससे ग्रीस को एक मजबूत आर्थिक और सैन्य सहयोगी मिल गया है।
पाकिस्तान और तुर्की के बढ़ते करीबी रिश्ते क्षेत्रीय शक्ति संतुलन पर असर डाल रहे हैं। एक ओर पाकिस्तान-तुर्की का गठबंधन है, तो दूसरी ओर ग्रीस को भारत जैसा मजबूत साझेदार मिल गया है। भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत ग्रीस के साथ उसके रिश्तों को और महत्वपूर्ण बना रही है और ग्रीस को उम्मीद है कि यह साझेदारी आर्थिक लाभ देगी। यह घटनाक्रम भूराजनीतिक रणनीतियों के जटिल खेल को दर्शाता है, जिसमें क्षेत्रीय दबदबा और आर्थिक हित महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पाकिस्तानी नौसेना पोत (पीएनएस) यमामा ने तुर्की के गोलचुक और अक्सास बंदरगाहों का दौरा किया, जहाँ उसने “मावी वतन” (ब्लू होमलैंड) नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा लिया। यह अभ्यास तुर्की के विस्तारवादी लक्ष्य का हिस्सा है, जो ग्रीस के पूर्वी एजियन द्वीपों पर कब्जा करने का प्रयास करता है। यह पाकिस्तान-तुर्की साझेदारी को स्पष्ट रूप से दिखाता है, जिसमें पाकिस्तान तुर्की के नव-ओटोमन साम्राज्यवादी दृष्टिकोण का समर्थन करता है।
पाकिस्तान ने ग्रीस के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैया बनाए रखा है, जिसके कारण ग्रीस और भारत के बीच सैन्य संबंध और भी गहरे हुए हैं। ग्रीक राष्ट्रीय रक्षा जनरल स्टाफ के प्रमुख जनरल दिमित्रिओस चौपिस ने अप्रैल 2024 में भारत का दौरा किया और भारत के साथ ग्रीस-भारत सैन्य सहयोग पर हस्ताक्षर किए।
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