नई दिल्ली. तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गंभीर पहल की है. ट्रंप ने पुतिन से फोन पर लंबी बातचीत की है और 30 दिनों के लिए युद्धविराम का प्रस्ताव दिया. इस पर रूसी राष्ट्रपति ने सहमति तो दी है लेकिन साथ में कुछ शर्तें भी रखी हैं. 10 प्वाइंटर में समझिए दोनों राष्ट्रपतियों में क्या हुई बातचीत और पुतिन की क्या है शर्तें-
1-ट्रंप के प्रस्ताव पर पुतिन इस बात के लिए राजी हो गये हैं कि 30 दिनों तक रूस और यूक्रेन और रूस में से कोई भी ऊर्जा जैसे बुनियादी ढांचे पर कोई हमला नहीं
करेगा. यह स्थाई शांति की दिशा में पहला कदम होगा.
2-पुतिन ने ट्रंप से कहा कि यह तभी संभव है जब अमेरिका और उसके सहयोगी यूक्रेन को खुफिया व सैन्य सहायता देना बंद करें. पुतिन को इस बात का डर है कि कहीं
यूक्रेन एक महीने का लाभ उठाकर युद्ध के लिए अपने को मजबूत कर सकता है.
3-इस एक महीने के दौरान युद्ध पूरी तरह बंद नहीं होगा, पुतिन ने साफ कर दिया है कि इस दौरान उनकी सेना तब तक जंग लड़ती रहेगी जब तक कि उनकी शर्तें पूरी
नहीं हो जाती.
4-ट्रंप ने पुतिन से कहा कि यह युद्ध विराम स्थाई शांति और पूर्ण युद्ध विराम की दिशा में पहला कदम होगा और दोनों पक्षों को इसका पालन करना पड़ेगा.
5-दोनों राष्ट्रपतियों में इस बात पर सहमति बनी कि काला सागर में समुद्री युद्ध विराम के लिए तकनीकी तौर पर बातचीत शुरू की जाएगी. इससे भी स्थाई शांति प्रस्ताव
को बल मिलेगा.
6-पूर्ण संघर्ष विराम समझौते के लिए जल्द वार्ता शुरू की जाएगी.
7-रूस और यूक्रेन दोनों एक दूसरे के 175- 175 युद्धबंदियों को रिहा करेंगे.
8-गंभीर रूप से घायल 23 यूक्रेनी सैनिकों को रूस जल्दी ही कीव को सौंप देगा.
9-पुतिन और ट्रंप में सहमति बनी कि रूस-अमेरिका पूर्ण संघर्ष विराम समझौते पर शांति वार्ता के लिए विशेषज्ञ समूह स्थापित करेंगे और संपर्क में रहेंगे.
10-पुतिन ने ट्रंप से बातचीत में शर्त रखी है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा छोड़े, रूस उन चारों यूक्रेनी क्षेत्रों पर नियंत्रण रखेगा जिन पर उसने
दावा किया है. तथा यूक्रेनी सेना का आकार सीमित किया जाए ताकि वह फिर से सिर न उठाने पाए.
व्हाइट हाउस ने सीमित युद्ध विराम को ‘शांति की दिशा में बड़ा कदम’ निरुपित किया है और उम्मीद जताई है कि इससे लड़ाई खत्म हो जाएगी. डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल प्लेटफार्म पर पोस्ट के जरिए कहा है कि सभी ऊर्जा संयंत्रों और बुनियादी ढांचे पर तत्काल युद्ध विराम को लेकर सहमति बनी है. हम पूर्ण युद्ध विराम के लिए तेजी से काम करेंगे और रूस और यूक्रेन के इस भयानक युद्ध को समाप्त कराएंगे.
ट्रंप और पुतिन की लंबी बातचीत के बाद क्रेमलिन के एक प्रतिनिधि ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया. पुतिन के दूत किरिल दिमित्रिएव ने एक्स पर पोस्ट किया, राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में, दुनिया आज बेहद सुरक्षित स्थान बन गई है!
यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाने के लिए फिनलैंड पहुंचे यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं हो सकता. रूस को यूक्रेन की कब्जाई गई जगह खाली करनी होगी. उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, यूरोप को बातचीत में शामिल किया जाना चाहिए. यूरोपीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर यूरोप के बिना कैसे फैसला हो सकता है.
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