Russia: राष्ट्रपति चुनाव जीतते ही पुतिन ने तीसरे विश्व युद्ध की दी चेतावनी, जानें क्या है मामला

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन ने बड़ी जीत हासिल की है, जिसके बाद पुतिन संभवत: 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बनेंगे. सोमवार को नतीजे घोषित होने के बाद पुतिन ने अपने पहले संबोधन में पश्चिमी देशों को धमकी दी और तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी दी उन्होंने कहा कि अगर रूस […]

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Russia: राष्ट्रपति चुनाव जीतते ही पुतिन ने तीसरे विश्व युद्ध की दी चेतावनी, जानें क्या है मामला

Shiwani Mishra

  • March 18, 2024 9:39 am Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन ने बड़ी जीत हासिल की है, जिसके बाद पुतिन संभवत: 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बनेंगे. सोमवार को नतीजे घोषित होने के बाद पुतिन ने अपने पहले संबोधन में पश्चिमी देशों को धमकी दी और तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी दी उन्होंने कहा कि अगर रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन के बीच संघर्ष की स्थिति पैदा होती है, तो इसका मतलब होगा कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध से एक कदम दूर है और शायद ही कोई ऐसी स्थिति देखना चाहेगा.

जानें पुतिन ने क्या कहा

1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से रूस और पश्चिम के बीच संबंध सबसे खराब स्थिति में हैं. पिछले महीने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने यूक्रेन में भविष्य के सैनिकों के उतरने की संभावना से इनकार नहीं किया था, और इस बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा “इस दिन और युग में, कुछ भी संभव है, लेकिन अगर ऐसा होता है, तो तीसरा विश्व युद्ध दूर नहीं होगा”. पुतिन ने ये भी कहा “वैसे, नाटो सेनाएं अभी भी यूक्रेन में हैं”. रूस ने नोट किया है कि युद्ध के मैदान में अंग्रेजी और फ्रेंच बोलने वाले सैनिक भी मौजूद हैं.युद्ध से जूझ रहे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जनता से किए 130 अरब  डॉलर के चुनावी वादे - russian president vladimir putin who is struggling  with war-mobile

बता दें कि पुतिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण किया था. पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर कहा कि फ्रांस बातचीत में अहम भूमिका निभा सकता है, क्योंकि अभी भी सबकुछ खत्म नहीं हुआ है.पुतिन ने कहा कि ‘मैंने पहले भी कहा है, और मैं अब भी कहता हूं कि हम बातचीत के लिए तैयार है और ये बातचीत सिर्फ इसलिए नहीं होगी क्योंकि दुश्मनों के पास गोला-बारूद खत्म हो चुका है. दरअसल वो सचमुच गंभीर हैं और शांति चाहते हैं तो उन्हें पड़ोसी देशों की तरह अच्छे संबंध बनाकर चलना होगा.

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