तीन वर्षों से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पहली बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शांति वार्ता की इच्छा जताई है। अमेरिकी दबाव के चलते पुतिन ने यूक्रेन के साथ सीधे संवाद की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि रूस एक दिवसीय ईस्टर युद्धविराम के बाद संघर्षविराम को आगे बढ़ाने के लिए भी तैयार है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रपति पुतिन ने कीव के साथ द्विपक्षीय वार्ता की संभावना जताई और कहा कि शांति स्थापना के लिए सभी रास्ते खुले हैं। उनका कहना था कि रूस, ईस्टर के मौके पर 30 घंटे के युद्धविराम के बाद भी शांति प्रयासों को जारी रखने के लिए इच्छुक है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस युद्धविराम का उल्लंघन हुआ है और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर इसका आरोप लगा रहे हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेनी सेना ने युद्धविराम के दौरान रूस के ठिकानों पर सैकड़ों बार हमला किया और 900 से अधिक ड्रोन हमलों की गिनती की गई। मंत्रालय ने दावा किया कि इन हमलों में नागरिकों की भी जान गई है। वहीं, कीव ने पुतिन के युद्धविराम को शुरुआत से ही एक प्रचार रणनीति बताया।
इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने घोषणा की है कि उनका देश अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ वार्ता के लिए बुधवार को लंदन में एक प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। यह बैठक पेरिस में हुई पिछली चर्चा के बाद अगला कदम मानी जा रही है, जहां युद्ध समाप्त करने के उपायों पर विचार किया गया था।
हालांकि, ज़ेलेंस्की ने पुतिन के शांति वार्ता संबंधी प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने केवल यह कहा कि उन्होंने यूक्रेनी सेनाओं को रूसी आक्रामकता का जवाब देने के निर्देश दिए हैं।वाशिंगटन ने रूस द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम को सकारात्मक संकेत बताया है और इसके विस्तार का स्वागत किया है।
Read Also:
पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत में 3 दिन का राजकीय शोक, सम्मान में आधा झुका रहेगा तिरंगा