India Bangladesh Trade: भारत ने व्यापार क्षेत्र में बांग्लादेश को झटका दिया है। दरअसल पड़ोसी देश से जूट और संबंधित फाइबर उत्पादों के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह कदम दोनों पड़ोसियों के बीच समग्र संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच उठाया गया है। सूत्रों के अनुसार, 28 जून को बताया गया कि नए प्रतिबंध महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह के अलावा बाकि सभी दूसरे भूमि मार्गों और बंदरगाहों के के जरिये भारत में बांग्लादेश के जूट और संबद्ध फाइबर उत्पादों के आयात पर लागू होंगे।
वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने शुक्रवार को प्रतिबंध लगाते हुए एक अधिसूचना जारी की। SAFTA (दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र) के प्रावधानों के तहत, बांग्लादेश से जूट को भारत में शुल्क मुक्त पहुंच प्राप्त है। हालांकि, उन्होंने कहा कि भारतीय जूट उद्योग बांग्लादेश से जूट उत्पादों, विशेष रूप से यार्न, फाइबर और बैग के डंप और सब्सिडी वाले आयात के प्रतिकूल प्रभाव के कारण लंबे समय से पीड़ित है।
बांग्लादेश पर लगी एंटी-डंपिंग ड्यूटी
सूत्रों के अनुसार, इस बात के विश्वसनीय प्रमाण हैं कि बांग्लादेशी जूट निर्यात को बांग्लादेश सरकार द्वारा दी जाने वाली राज्य सब्सिडी से लाभ मिल रहा है। इन चिंताओं के जवाब में, एंटी-डंपिंग और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (DGAD) ने एक विस्तृत जांच की और बांग्लादेश से आने वाले जूट और अन्य सामानों पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी (ADD) लगाई, लेकिन कहा कि ADD लगाने से आयात में उल्लेखनीय कमी नहीं आई।
सूत्रों के अनुसार, विभिन्न सब्सिडी के अलावा, बांग्लादेशी निर्यातकों द्वारा की जाने वाली आम अनियमितताओं में तकनीकी छूट के माध्यम से एंटी-डंपिंग ड्यूटी की अवहेलना, गलत लेबलिंग, ADD छूट प्राप्त फर्मों के माध्यम से निर्यात और अधिक सब्सिडी प्राप्त करने के लिए ‘गलत घोषणा’ शामिल हैं।
भारत को हो रहा है घाटा
बता दें कि बांग्लादेश को SAFTA (दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र) समझौते के तहत भारत में जूट उत्पादों के लिए शुल्क मुक्त पहुंच प्राप्त है, लेकिन भारत के जूट उद्योग से जुड़े संगठनों का कहना है कि बांग्लादेश से बड़ी मात्रा में सब्सिडी और कम कीमतों पर जूट उत्पादों का आयात किया जा रहा है, जिससे भारतीय उद्योग को लंबे समय से घाटा हो रहा है।