पाकिस्तान में बलोच आर्मी द्वारा किये गए ट्रेन हाईजैक मामले को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। पाकिस्तानी फ़ौज जहां अपनी जीत का दावा कर रही है तो वहीं बलोचों का कहना है कि कायर पाकिस्तानी सेना झूठ बोल रही है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान में बलोच आर्मी द्वारा किये गए ट्रेन हाईजैक मामले को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। पाकिस्तानी फ़ौज जहां अपनी जीत का दावा कर रही है तो वहीं बलोचों का कहना है कि कायर पाकिस्तानी सेना झूठ बोल रही है। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक करने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ऐसे ही नहीं पाकिस्तानी सेना को खून के आंसू रुला रही है। पाकिस्तानी सेना द्वारा बलूचों पर इतना अत्याचार किया कि विद्रोहियों ने सर उठाकर लड़ना शुरू कर दिया। करीमा बलोच को कौन भूल सकता है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना भाई मानती थीं।
बलूचिस्तान पाकिस्तानी का सबसे बड़ा प्रान्त है, जहाँ मुख्य रूप से जनजातीय समाज के लोग रहते हैं। इसका कुल भूभाग 46% है। यह पाकिस्तान का सबसे पिछड़ा इलाका है। यहाँ पर 1.5 करोड़ रहते हैं, जिसमें से 70 फीसदी गरीबी रेखा से नीचे हैं। पाकिस्तान बनने के बाद से सरकार बलोचों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है। वहां की लड़कियों-महिलाओं के साथ पाकिस्तानी सेना रेप करती है। यहीं वजह से है कि बलोच अपनी आजादी की मांग कर रहे हैं।
पाकिस्तान की सेना हमेशा से इन लोगों के साथ जुल्म करती रही है। गार्डियन के मुताबिक पाकिस्तान आर्मी के सैनिक ट्रक में भर-भरकर महिलाओं और बच्चियों को ले जाते थे। उन्होंने जितना संभव हो सका महिलाओं और बच्चियों की हत्या और रेप किया। दिन में सूरज की रौशनी जैसी ही कमरे में पहुँचती सैनिक उनका रेप करना शुरू कर देते थे।