बांग्लादेश में पूर्वोत्तर सीमा के आसपास एक बार फिर से आतंकी संगठन उल्फा के ट्रेनिंग कैंप खुल गए हैं. जहां परेश बरुआ के निर्देश पर पूर्वोत्तर के कुछ लोगों और अन्य लोगों की भर्ती की जा रही है. अब सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान वाकई में बांग्लादेश का दोस्त बन गया है.. या फिर वो बांग्लादेश से 1971 का पुराना हिसाब चुकता करना चाहता है ?
नई दिल्ली : बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार धीरे-धीरे पूरी तरह पाकिस्तान के कब्जे में आती जा रही है. इसी के तहत पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों की एक टीम मिशन नॉर्थ ईस्ट के लिए बांग्लादेश पहुंच चुकी है. इस टीम का नेतृत्व खुद लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक कर रहे हैं. वो खुद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख हैं. उनके साथ मेजर जनरल शाहिद आमिर अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्हें चीन का भी काफी करीबी बताया जाता है.
अब बांग्लादेश में पूर्वोत्तर सीमा के आसपास एक बार फिर से आतंकी संगठन उल्फा के ट्रेनिंग कैंप खुल गए हैं. जहां परेश बरुआ के निर्देश पर पूर्वोत्तर के कुछ लोगों और अन्य लोगों की भर्ती की जा रही है. अब सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान वाकई में बांग्लादेश का दोस्त बन गया है.. या फिर वो बांग्लादेश से 1971 का पुराना हिसाब चुकता करना चाहता है ? इस बीच iTV नेटवर्क ने इस मुद्दे पर एक सर्वे किया है। आइए जानते हैं सर्वे के नतीजे…
1) ISI बांग्लादेश के साथ मिलकर नॉर्थ ईस्ट में अशांति फैलाने की खतरनाक साज़िश रच रही है ?
हां 86.00 %
नहीं 10.00 %
कह नहीं सकते 04.00 %
2 ISI की मदद से बांग्लादेश में फिर आतंकवादी संगठन उल्फा के ट्रेनिंग कैंप खुल चुके हैं.. पूर्वोत्तर में उल्फा से सतर्क रहने की ज़रूरत है ?
हां 95.00 %
नहीं 05.00 %
कह नहीं सकते 00.00 %
3 क्या पाकिस्तान वाकई में बांग्लादेश का दोस्त बन गया है.. या फिर वो बांग्लादेश से 1971 का पुराना हिसाब चुकता करना चाहता है ?
पाक बांग्लादेश की दोस्ती चलेगी 21.00 %
1971 का बदला लेगा 18.00 %
धोखा देगा पाकिस्तान 44.00 %
कह नहीं सकते 17.00 %
4 भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पड़ोस में हो रही हर गतिविधि पर नजर है.. क्या सख़्त कदम उठाने का वक्त आ गया है ?
हां 89.00 %
नहीं 07.00 %
कह नहीं सकते 04.00 %
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