नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पीटीआई के मुखिया इमरान खान ने आरोप लगाया है कि पिछले दिनों पाकिस्तान में हुई हिंसा के पीछे सरकार का ही हाथ है। इतना ही नहीं इमरान खान ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए सरकारी एजेंसी के लोगों ने आगजनी और गोलीबारी की। पीटीआई मुखिया इमरान का कहना है कि यह सब लंदन प्लान का हिस्सा है ताकि उनकी पार्टी पर प्रतिबंध लगाया जा सके।
दरअसल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोशल मीडिया पर शेयर किए एक वीडियो में कहा कि हमारे पास इस बात के काफी सबूत हैं कि सरकारी एजेंसी के लोगों ने आगजनी और गोलीबारी की, जो चाहते थे कि देश में तबाही हो और साथ ही इसका आरोप पीटीआई पर लगाया जा सके। इमरान ने आगे कहा कि जिससे अब जो पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी को सही ठहराया जा सके। इतना ही नहीं सरकारी इमारतों और लाहौर में कॉर्प्स कमांडर के घर में आगजनी के पीछे भी सोची-समझी साजिश है।
पीटीआई मुखिया इमरान खान ने हिंसा की घटनाओं की स्वतंत्र जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यह सब लंदन प्लान का हिस्सा है ताकि हमारे कार्यकर्ताओं और मेरे साथ पार्टी नेतृत्व को जेल भेजा जा सके। जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों अल कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से ही देशभर में हिंसा की घटनाएं सामने आई। इसके अलावा पहली बार पाकिस्तान में सेना मुख्यालय को निशाना बनाया गया और साथ ही वहां तोड़फोड़ भी की गई। जानकारी के मुताबिक इस हिंसा में तकरीबन 10 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि पीटीआई का दावा है कि इस दौरान गोलीबारी में करीब 40 लोगों की मौत हुई है।