नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का पर्दाफाश कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जन्म लेते ही झूठ बोलना शुरू कर दिया था।
विदेश सचिव विक्रम ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने निर्माण के साथ ही झूठ बोलना शुरू कर दिया था। साल 1947 में पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को बताया था कि कश्मीर पर हमला करने वाले लोग कबायली हैं, जबकि हमारी सेनाओं ने वहां पाकिस्तानी सेना को साफ तौर पर देखा था। यह झूठ 75 साल पहले शुरू हुआ था और अब भी जारी है.
आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान की संल्पितता से इनकार पर विदेश सचिव ने तंज कसा कि ओसामा बिन लादेन कहां मारा गया था, उसको शहीद किसने कहा. विदेश सचिव ने पाकिस्तानी आतंकवादी साजिद मीर को पहले मरा हुआ बताने, फिर उसको जिंदा करने और जेल में डालने के पड़ोसी मुल्क के ड्रामे की तरफ ध्यान खींचा. लश्कर ए तैयबा के आतंकी विंग ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ की संयुक्त राष्ट्र में तरफदारी का मुद्दा भी विक्रम मिसरी ने उठाया. विदेश सचिन ने आतंकियों के जनाजे में पाक फौज और उसके अधिकारियों के शामिल होने का मुद्दा भी उठाया.
मिसरी ने आगे कहा कि जहां तक तनाव बढ़ने की बात है तो सबसे पहले यह साफ कर देना चाहिए कि इसकी शुरुआत पाकिस्तान ने ही की थी, हम तो सिर्फ प्रतिक्रिया में कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान कोई भी दुस्साहस करता है तो फिर उसका उचित जवाब दिया जाएगा।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच इस वक्त युद्ध जैसे हालात हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद 6 मई की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर मिसाइल से हमला किया। इस दौरान 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।
इसके बाद 7 मई की रात पाकिस्तान ने जवाबी हमला करने की कोशिश की। पाक सेना ने भारत के 4 राज्यों के लिए 15 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया।
इसके बाद गुरुवार-8 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान पर फिर हमला किया। यह अटैक ड्रोन से किया गया। इस दौरान पाकिस्तान के लाहौर समेत कई एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया गया।
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