29 साल बाद पाकिस्तान किसी तरह आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी हासिल करने में कामयाब रहा लेकिन मेजबान टीम का सफर नौ दिन में ही खत्म हो गया। चैंपियंस ट्रॉफी 1998 से खेली जा रही है और टूर्नामेंट के 27 साल के इतिहास में पाकिस्तान की टीम चौथी बार ग्रुप स्टेज से बाहर हुई है। अब मामला पाकिस्तान के संसद तक जा पंहुचा है।
नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जल्द ही चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान टीम के खराब प्रदर्शन पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और टीम के खिलाड़ियों से बात करेंगे, राजनीतिक सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने कहा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार टीम के जल्दी बाहर होने से परेशान है।
चैंपियंस ट्रॉफी का रोमांच अब प्रशंसकों पर हावी होने लगा है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच ने इस टूर्नामेंट की शान को और बढ़ा दिया। एक तरफ इस मैच में टीम इंडिया की जीत के बाद भारत में जश्न मनाया गया तो वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी देश में मातम छाया रहा। यह सिर्फ टीम इंडिया के खिलाफ पाकिस्तान की हार नहीं थी बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के सफर का अंत भी था। अब सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान के शर्मनाक प्रदर्शन के लिए क्रिकेट में हो रही सियासत जिम्मेदार है ? इस बीच iTV नेटवर्क ने इस मुद्दे पर एक सर्वे किया है।
1- चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान पाकिस्तान का सबसे खराब प्रदर्शन, विलेन कौन ?
कप्तान 41.00%
पूरी टीम 26.00%
PCB 29.00%
कह नहीं सकते 04.00%
2- क्या पाकिस्तान के शर्मनाक प्रदर्शन के लिए क्रिकेट में हो रही सियासत जिम्मेदार है ?
हां 59.00%
नहीं 38.00%
कह नहीं सकते 03.00%
3- चैंपियंस ट्रॉफी में शर्मनाक हार पर संसद में जवाब देंगे शहबाज, क्या भारत से हार पचा नहीं पा रहा पाकिस्तान ?
हां 82.00%
नहीं 17.00%
कह नहीं सकते 01.00%
4- पाकिस्तानी फैंस और सियासतदानों को इनमें से किस बात का ज्यादा दर्द है ?
भारत से हार 41.00%
चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होना 46.00%
एक मैच भी नहीं जीतना 26.00%
कह नहीं सकते 09.00%
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