Japan Tsunami Prediction By Rio Tatsuki Akusekijima: जापान में इन दिनों एक मंगा आर्टिस्ट की 25 साल पुरानी भविष्यवाणी ने खौफ का माहौल बना दिया है। रियो तात्सुकी नाम के इस आर्टिस्ट ने 1999 में प्रकाशित अपनी किताब ‘The Future I Saw’ में दावा किया था कि 5 जुलाई को जापान में एक बड़ी सुनामी आएगी। तात्सुकी को लोग ‘जापानी बाबा वेंगा’ कहकर बुलाते हैं क्योंकि उन्होंने अतीत में कई घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी की है, जैसे कोरोना महामारी, राजकुमारी डायना की मौत और 2011 की भीषण तोहोकू सुनामी। उन्होंने अपनी मंगा में लिखा था कि समुद्र में उबाल, बुलबुले और कंपन इस आपदा के पहले संकेत होंगे।
बाबा वेंगा की खतरनाक भविष्यवाणी
यह भविष्यवाणी ऐसे समय में फिर चर्चा में आ गई है जब जापान के टोकारा द्वीप समूह में भूकंपों की बाढ़ आ गई है। खासकर अकुसेकिजिमा नामक ज्वालामुखीय द्वीप पर 21 जून से 1 जुलाई 2025 तक 736 भूकंप दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 50 से अधिक झटके इतने तेज़ थे कि लोग उन्हें साफ तौर पर महसूस कर सके। कुछ झटकों से तो अलमारियों से सामान तक गिर गया। यह द्वीप समुद्र तल से करीब 150 मीटर ऊंचाई पर स्थित है।
प्रशासन भी हुआ सतर्क
भले ही इस द्वीप की भौगोलिक स्थिति सुनामी के खतरे को कुछ हद तक कम करती हो, लेकिन लगातार आ रहे भूकंपों ने लोगों में डर और आशंका को गहरा कर दिया है। वहां रहने वाले 60 वर्षीय इसामु सकामोटो कहते हैं, “लगता है जैसे ज़मीन हर वक्त हिल रही हो।” उनका डर बेबुनियाद नहीं है, क्योंकि बार-बार आने वाले भूकंप इमारतों की नींव कमजोर कर सकते हैं, जिससे एक बड़ा झटका तबाही ला सकता है। लोगों ने एहतियात के तौर पर अपनी यात्रा योजनाएं रद्द करनी शुरू कर दी हैं। फ्लाइट टिकट कैंसल हो रहे हैं और तटीय इलाकों में लोग अनावश्यक आवाजाही से बच रहे हैं। प्रशासन भी पूरी सतर्कता के साथ हालात पर नज़र बनाए हुए है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने सुनामी की घोषणा नहीं की
हालांकि जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने फिलहाल किसी आधिकारिक सुनामी चेतावनी की घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्होंने भूकंपीय गतिविधियों की मॉनिटरिंग तेज़ कर दी है। वैज्ञानिक मानते हैं कि इतनी अधिक मात्रा में छोटे भूकंप किसी बड़े झटके की पूर्व चेतावनी हो सकते हैं, हालांकि तात्सुकी की भविष्यवाणी को वैज्ञानिक मान्यता नहीं मिली है। फिलहाल, जापान में निगाहें 5 जुलाई पर टिकी हैं, जब यह साफ होगा कि क्या यह भविष्यवाणी केवल कल्पना थी या सचमुच कोई आपदा दस्तक देने वाली है।