US-India Relation:अमेरिका और भारत के रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं खुद अमेरिकी राष्ट्रपति पीएम मोदी को अपना बहुत अच्छा दोस्त बता चुके हैं। अब एक बार फिर व्हाइट हाउस की ओर से इन मजबूत रिश्तों की पुष्टि की गई है। सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान व्हाइट हाउस ने भारत को अपना “रणनीतिक साझेदार” बताया है। इसके साथ ही बयान में साफ तौर पर कहा गया कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही ट्रेड डील होने वाली है।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिना लेविट ने कहा, “हां, राष्ट्रपति ने पिछले हफ्ते कहा था (अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड डील बहुत करीब है) और यह सच है।” “मैंने अभी-अभी हमारे वाणिज्य सचिव से इस बारे में बात की है। वे राष्ट्रपति के साथ ओवल ऑफिस में थे। वे इन समझौतों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने क्या कहा?
प्रेस ब्रीफ के दौरान व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिना लेविट ने कहा कि यह सच है कि पिछले सप्ताह राष्ट्रपति ने कहा था कि अमेरिका और भारत व्यापार समझौते के बहुत करीब हैं। फिलहाल भारत और अमेरिका के बीच चल रहे व्यापार सौदे को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही आप भारत के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप से सुनेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के साथ कभी भी व्यापार समझौता किया जा सकता है। एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत बहुत रणनीतिक सहयोगी बना हुआ है और राष्ट्रपति के प्रधानमंत्री मोदी के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं और वे इसे जारी रखेंगे।
ट्रंप ने क्या कहा?
हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक ‘बड़ा’ व्यापार सौदा होने वाला है। यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आयोजित ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ कार्यक्रम में कही। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका ने हाल ही में चीन और अब भारत के साथ व्यापार समझौता किया है। कुछ ऐसा ही होने वाला है।
चीन को भी टैरिफ़ से राहत
2 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप ने 100 से ज़्यादा देशों पर पारस्परिक टैरिफ़ लगाने की घोषणा की थी। हालांकि, 9 अप्रैल को उन्होंने चीन को छोड़कर बाकी सभी देशों पर पारस्परिक टैरिफ़ को 90 दिनों के लिए टाल दिया था। बाद में चीन को भी टैरिफ़ से राहत दी गई और अब चीन के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है। ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत से ही कहते आ रहे हैं कि अगर कोई देश अमेरिकी सामान पर ज़्यादा टैरिफ़ लगाता है, तो अमेरिका भी उस देश से आने वाले सामान पर टैरिफ़ बढ़ा देगा।