नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को कल मंगलवार को इस्लामाबाद के हाई कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। इतना ही नहीं इसके बाद से ही देश में तनाव जैसा माहौल है। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहे है। इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके नाराज समर्थक पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं कई इलाकों में हिंसा होने की भी खबरें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि जिन इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं उनमें उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां पीटीआई समर्थकों और सेना के जवानों के बीच झड़प हुई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कल मंगलवार को पाकिस्तान में प्रदर्शनकारियों ने लाहौर में सेना के कमांडरों के आवास और साथ ही रावलपिंडी में सेना मुख्यालय के परिसर में प्रवेश किया था। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए कई शहरों में धारा 144 लागू कर दी है। इसी दौरान खबर आ रही है कि इमरान खान के 4 से 5 दिनों तक राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में रहने की उम्मीद है, क्योंकि ब्यूरो ने कानून के तहत उनकी अधिकतम रिमांड के लिए कोर्ट से अनुरोध किया है।
जानकारी के मुताबिक इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इस्लामाबाद और कुछ दूसरेशहरों में धारा 144 लागू कर दी गई. इतना ही नहीं कुछ शहरों में परीक्षाएं हिंसक विरोध के कारण स्थगित कर दी गईं। साथ ही आज बुधवार को स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को कल मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद ही ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों में निलंबित कर दिया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान में कई यूजर्स को यूट्यूब, ट्विटर और फेसबुक को एक्सेस करने में परेशानी की शिकायत की है.
बताया जा रहा है कि रावलपिंडी में इमरान खान के गरमाए समर्थक पाकिस्तान के सेना मुख्यालय में घुस गए. जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में उनके समर्थक हाथ में डंडे लिए नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं इमरान खान की गिरफ्तारी की खबर सामने आते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए है. बता दें कि कई हिस्सों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया.