UNHRC की 58वीं बैठक के सातवें सत्र में पाकिस्तान की पोल खुल गई है। कर्ज़, दान और चंदे पर जीने वाला देश भारत के खिलाफ झूठ ना ही फैलाये तो उसके लिए ही अच्छा होगा। सेना के नियंत्रण में रहने वाले, मीडिया-सोशल, नागरिकों के मौलिक अधिकारो का उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान में मानवाधिकारों की क्या स्थिति है ?
नई दिल्ली : भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UN ) के 58वें सत्र की सातवीं बैठक में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। पाकिस्तान को एक विफल देश बताया जो खुद को चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता पर निर्भर है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय डिप्लोमेट क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तानी नेतृत्व पर अपनी सेना के इशारे पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
त्यागी की यह टिप्पणी पाकिस्तानी कानून मंत्री आजम नजीर तरार के जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों के जवाब में आई है। अब सवाल यह है कि अगर पाकिस्तान को विदेशी क़र्ज़ या दान मिलना बंद हो जाए तो उसका क्या हाल होगा ? इस बीच iTV नेटवर्क ने इस मुद्दे पर एक सर्वे किया है।
1 भारत के डिप्लोमेट क्षितिज त्यागी के बयान ने मानवाधिकार के मुद्दे पर पाकिस्तान को फिर एक्सपोज़ कर दिया ?
हां 76.00%
नहीं 09.00%
कह नहीं सकते 15.00%
2 सेना के नियंत्रण में रहने वाले, मीडिया-सोशल, नागरिकों के मौलिक अधिकारो का उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान में मानवाधिकारों की क्या स्थिति है ?
अच्छी 04.00%
ख़राब 50.00%
बहुत ख़राब 42.00%
कह नहीं सकते 04.00%
3 अगर पाकिस्तान को विदेशी क़र्ज़ या दान मिलना बंद हो जाए तो उसका क्या हाल होगा ?
बर्बाद हो जाएगा पाकिस्तान 47.00%
आर्थिक मंदी और अव्यवस्था फैलेगी 24.00%
लोगों को खाने के लाले पड़ेंगे 27.00%
कह नहीं सकते 02.00%
4 जम्मू कश्मीर में हुई प्रगति से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.. इसलिए बार बार UN में कश्मीर का ज़िक्र करता है ?
हां 85.00%
नहीं 06.00%
कह नहीं सकते 09.00%
यह भी पढ़ें :-
”एक नारी का आगे बढ़ना देखा नहीं जा रहा हैं…” हर्षा रिछारिया ने दी सुसाइड की धमकी