नई दिल्ली: लगातार 15 साल तक बांग्लादेश पर एकछत्र राज करने वालीं शेख हसीना को 5 अगस्त को अपना देश छोड़कर भागना पड़ा. आरक्षण के मुद्दे पर शुरू हुए आंदोलन ने इतना विकराल रूप ले लिया कि हसीना के पास प्रधानमंत्री पद छोड़कर भागने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा. वह फिलहाल भारत में हैं और अन्य देशों में शरण लेने की कोशिशों में जुटी हुईं हैं.
इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स में हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले के घटनाक्रम के बारे में बताया गया है. दावा किया गया है कि हसीना ने देश छोड़ने से पहले एक अधिकारी को बुलाकार खूब फटकार लगाई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेख हसीना ने इस्तीफे से पहले सेना के प्रमुख और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों संग बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने स्थिति नियंत्रित कर पाने में नाकाम होने पर सुरक्षाबलों की आलोचना की. बैठक के दौरान हसीना ने आईजी (पुलिस) की ओर उंगली उठाते हुए कहा कि आपकी वजह से आंदोलनकारी यहां तक पहुंचने में कामयाब हो रहे हैं. इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि परिस्थिति इस स्तर पर पहुंच गई है कि अब हम ज्यादा वक्त तक सख्त रूख नहीं अपनाए रख सकते हैं.
बता दें कि इस बैठक के कुछ मिनट बाद ही सेना ने शेख हसीना को बताया कि उन्हें अब देश छोड़ना पड़ेगा. हसीना के पास इस्तीफा देने से लेकर देश छोड़ने तक कुल 45 मिनट तक का वक्त था. इस दौरान उन्हें पीएम मोदी से इस्तीफा दिया. फिर हेलिकॉप्टर के जरिए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला गईं. इसके बाद वहां से विशेष विमान से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचीं.
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