वाशिंगटन: भारत से अच्छे संबंधों का बखान करने वाले अमेरिका ने इंडिया से स्पेशल ट्रेड स्टेटस छीन लिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि भारत ने अमेरिका को अपने बाजार तक अमेरिकी सामान लाने या बाजार की पहुंच उपलब्ध करवाने का आश्वासन नहीं दिया जिसकी वजह से ये कदम उठाया गया है. दरअसल व्यापार को लेकर जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेंज अमेरिका का सबसे पुराना प्रोग्राम है जिसके तहत विकासशील देशों को अमेरिका छूट देता है कि वो अपने सामान को बिना किसी प्रवेश शुल्क के उनके देश में बेच सकते हैं. लेकिन अब अमेरिकी राष्ट्रपति के इस फैसले के बाद पांच जून के बाद से अमेरिका में भारत के कुछ उत्पाद प्रशुल्क लगने से महंगे हो जाएंगे और कीमत बढ़ने से उनकी प्रतिस्पर्धा क्षमता प्रभावित हो सकती है.
स्पेशल ट्रेड स्टेटस छीने जाने को लेकर भारत सरकार ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए भारत सरकार ने अपने बयान में कहा है कि हम व्यापार के मामलों में अपने राष्ट्रीय हित को हमेशा बनाए रखेंगे. बताया जा रहा है कि अमेरिका सांसदों के विरोध के बावजूद ट्रंप ने भारत से स्पेशल ट्रेड स्टेटस छीनने का फैसला किया है. इससे पहले 4 मार्च को ही ट्रंप ने एलान कर दिया था कि अमेरिका जीएसपी के तहत लाभार्थी विकासशील देश के रूप में भारत का दर्जा समाप्त करना चाहता है.
भारत का स्पेशल ट्रेड स्टेटस छीने जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार से जवाब मांगा. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारत को दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ा है क्योंकि अमेरिकी दवाब में आकर भारत ने पहले ईरान से तेल लेना बंद कर दिया और अब अमेरिका न भारत को स्पेशल ट्रेड स्टेटस से भी हटा दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि मार्च में ही अमेरिकी सरकार ने स्टेटस हटाने को लेकर चेतावनी दे दी थी लेकिन भारत सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया.
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