नई दिल्ली। कल रविवार नेपाल की ओर से भारतीय सीमा में पथराव करने की घटना सामने आई है, इस पथराव में कई स्थानीय मजदूर घायल हो गए हैं। इस पथराव के पीछे जो विवाद है उसे काली नदी के साथ जोड़ा जा रहा है। भारत और नेपाल के बीच रिश्ता बहुत पुराना है, लेकिन काली नदी के विवाद ने दोनों देशों के बीच लगातार तनाव की स्थिती पैदा कर दी है। हम आपको बता दें कि पड़ोसी देश चीन के उकसाने पर ही नेपाल इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
भारत और नेपाल का यह विवाद काली नदी के उद्गम को लेकर हुआ है, हम आपको बता दें कि, सुगौली समझौते के अनुसार नेपाल की और भारत की सीमा का निर्धारण काली नदी से हुआ है। काली नदी का पश्चिमी क्षेत्र भारत का और पूर्वी क्षेत्र नेपाल का माना जाता है।
काली नदी के उद्गम को लेकर ही सारा विवाद हो रहा है। नेपाल ने दावा किया है काली नदी लिंपियाधुरा से आरम्भ होती है तो उसके नीचे का पूरा इलाका उसका ही है, लिंपियाधुरा के नीचे का इलाका लिपुलेख और कालापानी है इसलिए बीते समय मे इन क्षेत्रों को लेकर भारत और नेपाल के बीच लगातार विवाद चल रहा था
जहां एक ओर नेपाल काली नदी का उद्गम लिंपियाधुरा से मानता है, वहीं दूसरी ओर भारत कालीनदी का उद्गम कालापानी से मानता है, ऐसे में भारत के अनुसार सीमा कालापानी से आरम्भ होती है। हर साल नदी के रास्ते मे कुछ न कुछ बदलाव देखने को मिलता है, इसी कारण को लेकर सीमा का एकदम सटीक नर्धारण नहीं हो पा रहा है।
नेपाल के द्वारा सीमा पर किए गये पथराव में एक नेपाली मजदूर घायल हो गाय । धारचूला मे रविवार सुबह से ही संघर्ष आरम्भ हो गया है। इस पथराव में नेपाली मूल का निवासी मजदूर जो भारत में मजदूरी कर रहा था वह नेपाल की इस पत्थरबाजी में घायल हो गया है साथ ही कुछ स्थानीय मजदूर भी घायल हो गए हैं।