मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बलूच आर्मी के इस ऑपरेशन की कमान बशीर जेब ने संभाली है। बता दें कि बशीर साल 2000 में गठित हुई बलूच लिबरेशन आर्मी के मुखिया है। BLA के अंदर बशीर कमांडर-इन-चीफ के पद पर हैं।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक पैसेंजर ट्रेन को हाईजैक कर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है। 40 बलूच लड़ाकों ने पूरी पाकिस्तानी सेना और उसके खास दोस्त चीन को घुटनों पर ला दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बलूच आर्मी के इस ऑपरेशन की कमान बशीर जेब ने संभाली है। बता दें कि बशीर साल 2000 में गठित हुई बलूच लिबरेशन आर्मी के मुखिया है। BLA के अंदर बशीर कमांडर-इन-चीफ के पद पर हैं।
बशीर जेब को साल 2018 में बलूच आर्मी की कमान मिली थी। बीएलए चीफ बनने से पहले वह बलूच आर्मी के कोर कमेटी के प्रमुख सदस्य थे। उनके BLA प्रमुख बनने के बाद से ही बलूचिस्तान के अलगाव की मुहिम ने तेजी पकड़ी है।
बताया जाता है कि जेब बलोच की उम्र करीब 40 साल है। वह बलूचिस्तान के एक मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं। बलोच साल 2012 में BLA से जुड़े थे। जिसके बाद अपनी रणनीति के दम पर धीरे-धीरे वह बलोच लिबरेशन आर्मी में शीर्ष पद पहुंचे हैं।