अमेरिका एक बार फिर से भारतीय नागरिकों डिपोर्ट करने वाला है. सूत्रों के मुताबिक यूएस से 180 और भारतीयों को निकाला जाएगा. रविवार 15 फरवरी को अमेरिकी विमान इन नागरिकों को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारेगा और स्क्रीनिंग के बाद इन्हें इनके संबंधित राज्यों के लिए भेज दिया जाएगा.
नई दिल्ली: अमेरिका एक बार फिर से भारतीय नागरिकों को निर्वासित करने जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, 180 भारतीय नागरिकों को यूएस से भेजा जाएगा। ये लोग रविवार 15 फरवरी को अमेरिकी विमान द्वारा अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे, जहां उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी और फिर इन्हें उनके संबंधित राज्यों में भेज दिया जाएगा। हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
इससे पहले, अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को अवैध तरीके से देश से बाहर भेजा था, जिन्हें अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 ग्लोबमास्टर के जरिए भारत लाया गया था। इस समूह में पंजाब से 30, हरियाणा और गुजरात से 35-35 लोग शामिल थे, जबकि महाराष्ट्र से 3, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ से 2-2 लोग थे।
अमृतसर में विमान के उतरने को लेकर विवाद भी उत्पन्न हुआ था। आम आदमी पार्टी के पंजाब इकाई के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने सवाल उठाया कि विमान में पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के लोग अधिक थे, फिर भी जानबूझकर विमान को अमृतसर में उतारा गया। भारत में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे, खासकर तब जब अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीय नागरिकों के हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां लगाई थीं। यह मुद्दा संसद में भी उठाया गया था और विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया था। अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने संसद के बाहर प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन के रूप में अपने हाथों में जंजीर बांध कर प्रदर्शन किया।
इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में सरकार का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिका ने अपने नियमों के तहत भारतीय नागरिकों को निर्वासित किया है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने भारतीय नागरिकों को देश से बाहर भेजा है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं। आज रात वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद उनकी पहली बैठक होगी।
Read Also: कौन सी टीम के पास हैं चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे खतरनाक गेंदबाज, भारत इस मामले में कितना आगे