China-Pak New Plan: चीन और पाकिस्तान ने मिलकर फिर से नई कूटनीतिक चाल चली है। असल में कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण एशिया में चीन-पाक नया गुट बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जो की SAARC संगठन को रिप्लेस कर सकें। माना जा रहा है कि इस प्लान के पीछे दिमाग चीन का है और पाकिस्तान और बांग्लादेश पीछे से इसे सपोर्ट कर रहे हैं। इसको लेकर चीन के कुनमिंग में एक मीटिंग भी हो चुकी है, जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश भी शामिल हुए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक में नए समूह की पूरी योजना तैयार की गई। यह बैठक मई में हुई त्रिपक्षीय बैठक के बाद हुई, जिसमें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के विस्तार और तालिबान शासित अफगानिस्तान में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई थी।
क्या है SAARC संगठन ?
जानकारी के लिए बता दें कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) की स्थापना 8 दिसंबर, 1985 को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुई थी। इस संगठन के 7 संस्थापक सदस्य देश हैं। साल 2007 में अफगानिस्तान इस समूह में शामिल हुआ था।
फिलहाल के लिए साल 2016 से SAARC संगठन निष्क्रिय है। इसकी आखिरी बैठक काठमांडू में साल 2014 में हुई थी। 19वीं SAARC समिट की बैठक नवंबर, 2016 में इस्लामाबाद में होनी थी, लेकिन उरी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को बायकॉट कर दिया था। इस हमले में 17 भारतीय जवान शहीद हुए थे।
बांग्लादेश नहीं हा चीन-पाक के साथ
रिपोर्ट में कहा गया है कि श्रीलंका, मालदीव और अफगानिस्तान सहित सार्क के सदस्य इस नए समूह का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि, बांग्लादेश ने ढाका, बीजिंग और इस्लामाबाद के बीच किसी भी उभरते गठबंधन के विचार को खारिज कर दिया है और कहा है कि चीन के कुनमिंग में तीनों देशों के बीच हुई बैठक राजनीतिक नहीं थी।
बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार एम तौहीद हुसैन ने 19 जून को कुनमिंग में हुई बैठक के बाद कहा कि हम कोई नया गठबंधन नहीं बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह एक आधिकारिक स्तर की बैठक थी, न कि राजनीतिक।” इसमें किसी गठबंधन के गठन के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।
नए संगठन पर भारत क्या है सोच?
रिपोर्ट् की माने तो भारत को नए समूह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा, लेकिन चीन और पाक के साथ फिलहाल में चल रहे रिश्तों को देखते हुए नई दिल्ली की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया दिए जाने की संभावना काफी कम है।