
शुद्ध देसी घी न केवल खाने में बल्कि बाहरी उपयोग में भी अत्यंत लाभकारी माना गया है।
इसमें आवश्यक फैटी एसिड्स, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैंजो शरीर को अंदर से पोषण देने का कार्य करते हैं।
जब नाभि में शुद्ध घी लगाया जाता है, तो यह पूरे शरीर की त्वचा को अंदर से नमी प्रदान करता है। खासकर सर्दियों में
यह उपाय सिर की त्वचा में रक्त संचार को बेहतर करता है, जिससे बाल झड़ने की समस्या में राहत मिलती है।
शुद्ध घी में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। नाभि में इसे लगाने से नेत्र तंत्र को पोषण मिलता है
नाभि पेट और पाचन तंत्र से सीधे जुड़ी होती है। रात को नाभि में घी लगाने से पेट की गर्मी कम होती है और गैस, कब्ज व अपच जैसी समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।
शुद्ध घी में प्राकृतिक रूप से शीतलता और संतुलन लाने के गुण होते हैं। जब इसे नाभि में लगाया जाता है, तो यह नाड़ियों को शांत करता है