Inkhabar Hindi News

आखिर क्यों मुगलों के हरम में होते थे औरतों के दो नाम? वजह जान उड़ जाएंगे होश!

क्या आपने कभी सुना है कि मुगलों के हरम में औरतों के दो नाम होते थे या आपको मुगल हरम के बारे में जानना पसंद है.

तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि मुगलों के हरम में औरतों के दो नाम होने की आखिर वजह क्या थी.

दरअसल मुगल काल में महिलाओं के लिए हरम बनाए गए थे, जो राजनीतिक और सांस्कृतिक का अहम केंद्र भी माना जाता था.

इतिहासकारों के अनुसार, अकबर ने हरम को संगठित और व्यवस्थित रूप दिया, जबकि इसकी शुरुआत बाबर के समय हुई थी.

बता दे कि अबुल फजल की अकबरनामा में बताया गया है कि अकबर के हरम में करीब 5 हजार महिलाएं थीं, जिनकी सुरक्षा बहुत कड़ी थी.

ऐसे में हरम में रहने वाली महिलाओं की असली पहचान को गुप्त रखने के लिए उनके दो नाम रखे जाते थें.

बताया जाता है कि हरम राजनीतिक षड्यंत्र का केंद्र हुआ करता था, इसलिए वहां की औरतों की सुरक्षा के लिए दो नाम रखे जाते थे.

बता दें कि ये रणनीति इसलिए तैयार कि गई थी, ताकि किसी भी तरह की साजिशों में महिलाओं को नुकसान न पहुंचे.

ऐसे में हरम की औरतों को उनके असली नाम से नहीं जाना जाता था और हरम में केवल बादशाह को ही जाने की इजाजत थी.

Read More