
जापान में महिलाएं पुराने समय से चावल के पानी का इस्तेमाल स्किन टोन को निखारने और झुर्रियों को कम करने के लिए करती आई हैं।
जापानी महिलाएं चेहरे की सफाई को बेहद गंभीरता से लेती हैं। वे "डबल क्लींजिंग" अपनाती हैं ,पहले तेल आधारित क्लींजर से मेकअप और धूल हटाती हैं,
जापान में स्किन को कभी रगड़ा नहीं जाता, उसे सम्मान दिया जाता है। क्रीम, टोनर या सीरम लगाने के लिए वहां की महिलाएं हल्के हाथों से थपथपाती हैं।
जापान में लोग मानते हैं कि असली सुंदरता बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से आती है। उनका खानपान संतुलित होता है – सब्ज़ियाँ, मछली, चावल और सूप। वे कम तेल और कम चीनी लेते हैं, जिससे त्वचा साफ और बिना दाग की बनी रहती है।
ग्रीन टी केवल पीने से ही नहीं, बल्कि त्वचा पर लगाने से भी लाभ देती है। जापानी लोग इसे स्किन टोनर, फेस पैक और आई पैड्स की तरह भी इस्तेमाल करते हैं।
जापान में "ओनसेन" यानी गरम पानी के प्राकृतिक स्नान बहुत प्रसिद्ध हैं। घर पर भी आप एक बाउल में गर्म पानी लेकर भाप ले सकते हैं।
जापानी टोनर (जिसे वे “लौशन” कहते हैं) क्रीमी नहीं होता, बल्कि पानी जैसा होता है। इसका काम स्किन को मॉइश्चर के लिए तैयार करना होता है, ना कि उसे चिपचिपा बनाना।