छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं. माना जाता है कि इस दिन यमराज का स्मरण करने से मृत्यु का भय कम होता है
हर साल छोटी दिवाली कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है, इस बार छोटी दिवाली 20 अक्टूबर को है.
छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी के दिन नरकासुर वध के प्रतीक में भी देखा जाता है. इस दिन दीपक जलाए जाते हैं, लेकिन लोग कन्फ्यूज रहते हैं कि कितने दीये जलाने चाहिए?
मान्यताओं के अनुसार, नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली के दिन एक-दो नहीं बल्कि 14 दीपक जलाने चाहिए
ऐसा इसलिए क्योंकि छोटी दिवाली चतुर्दशी यानी चौदस पर पड़ती है इसलिए इस दिन 14 दीपक जलाने का विशेष महत्व होता है
छोटी दिवाली के दिन पहला दीया आटे का बनाकर जलाना चाहिए. यह दिया यम का दीया होता है.
छोटी दिवाली के दिन दूसरा दीया मां काली के लिए और तीसरा दीया भगवान कृष्ण के लिए, चौथा दीया घर के मुख्य द्वार पर और पांचवा दीया घर की पूर्व दिशा में जलाना चाहिए
छठा दीया रसोई में माता अन्नपूर्णा के लिए और 7वां दीया घर की छत पर, 8वां दीया तुलसी के पास जलाना चाहिए
बाकी अन्य दीपक आप सीढ़ियों या मेन गेट के पास जला सकते हैं. ध्यान रहें. छोटी दिवाली के दिन सरसों के तेल में दीया जलाएं, जिसमें रूई की लंबी रखें