Pharaoh History: इस्लाम धर्म की माने तो फिरौन वो शख्स है जिसे दुनियाभर का हर मुसलमान नफरत करता है। मरने के हजारों साल बाद भी इस शख्स की लाश एक ताबूत में कैद है। आपको बता दें, फ़िरौन की लाश का आज भी सुरक्षित होना एक ऐतिहासिक और वैज्ञानिक तथ्य है, जिसे कई लोग कुरान और बाइबिल में वर्णित घटनाओं से जोड़ते हैं। जी हाँ इस्लाम धर्म के लोग फिरौन को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं। आइए जान लेते हैं कि ये कौन है और इस्लाम धर्म के लोग इसे क्यों अपना दुश्मन समझते है।
ये हुआ फिरौन का अंजाम
आपकी जानकारी के लिए बता दें, मिस्र के कुछ प्राचीन फिरऔनों की ममी आज भी संग्रहालयों में सुरक्षित हैं। वहीँ, माना जाता है कि रमसेस II या मर्नप्तह वो फिरौन हो सकता है, जिसका जिक्र हज़रत मूसा की कहानी में आता है। जब फिरौन ने मूसाऔर बनी इस्राईल कोम का पीछा किया, तो वो और उसकी सेना एक सागर में डूब गई। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इस्लाम धर्म के मुताबिक कहा जाता है कि फिरौन की लाश को आज भी ममी बनाकर सुरक्षित रखा गया। ऐसा इसलिए ताकि लोगों को पता चल सके कि बुरा करने वालों का अंजाम बुरा होता है।
कैसा था फिरौन
इस्लाम के लोग फिरौन से बहुत नफरत करते हैं। मुसलमान फिरौन को एक अत्याचारी और घमंडी शासक मानते हैं जिसने खुद को खुदा घोषित कर दिया और पैगंबर मूसा और उनके लोगों पर अत्याचार किया। उसने अल्लाह के आदेशों की अवहेलना की और डूबकर मर गया। आज, ऐसा माना जाता है कि फिरौन के शरीर की ममी मिस्र के संग्रहालय में रखी गई है। इस पर वैज्ञानिक शोध भी हुए हैं, जिससे पता चलता है कि उसकी मौत डूबने या अचानक सदमे से हुई होगी।