नई दिल्ली. लोकसभा 2019 चुनाव से पहले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप ने भारत की राजनीतिक पार्टियों को चेतावनी जारी की है. कंपनी ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां उस तरह ऐप का इस्तेमाल नहीं कर रहीं, जैसा होना चाहिए और जरूरत पड़ी तो हम अकाउंट्स बैन भी कर देंगे. व्हाट्सएप के भारत में सबसे ज्यादा 230 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं. व्हाट्सएप के हेड ऑफ कम्युनिकेशन कार्ल वूंग ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा, ”हमने पाया कि (पॉलिटिकल) पार्टियां ऐप का गलत इस्तेमाल कर रही हैं और हमने उन्हें चेतावनी दी है कि ऐसा करने पर अकाउंट बंद कर दिया जाएगा.”
वूंग ने आगे कहा, ”पिछले कुछ महीनों से हम राजनीतिक पार्टियों को समझा रहे हैं कि व्हाट्सएप कोई ब्रॉडकास्ट प्लेटफॉर्म नहीं है. यह ऐसी चीज नहीं है, जहां बड़े स्तर पर मैसेज भेजे जाएं ” हालांकि व्हाट्सएप ने किसी खास पार्टी का नाम नहीं लिया और यह भी साफ नहीं किया कि वे किस तरह ऐप का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने चिंता जताई कि पार्टी कार्यकर्ता बड़े स्तर पर मैसेज भेजने के लिए व्हाट्सएप का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर फेक खबरें फैला सकते हैं. बता दें कि सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस चुनाव प्रचार के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले दिनों एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भाजपा ने हर बूथ के लिए तीन व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं, जिसमें लगातार लोगों को जोड़ा जा रहा है. दोनों ही दल एक-दूसरे पर फर्जी खबरें प्रचार-प्रसार करने का आरोप मंढते रहते हैं.
राजनीतिक पार्टियों ने दी यह प्रतिक्रिया: व्हाट्सएप की इस चेतावनी के बाद बीजेपी के आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा कि उनकी व्हाट्सएप के किसी अफसर से कोई मुलाकात नहीं हुई. लेकिन उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए व्हाट्सएप के इस्तेमाल पर कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया. वहीं कांग्रेस की सोशल मीडिया चीफ दिव्या स्पंदना ने कहा कि पार्टी व्हाट्सएप का कोई गलत इस्तेमाल नहीं कर रही.
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