भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही टेंशन के बीच सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने ऑनलाइन वॉकी-टॉकी की बिक्री पर सख्ती कर दी गयी है. सरकार ने कई ई-कॉमर्स वेबसाइट्स को नोटिस भेजकर डिवाइसेज की सेल रोकने का ऑर्डर दे दिया है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मिल रहे वॉकी-टॉकी की बिक्री पर रोक लगा दी गयी है.
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने आतंकियों को मारने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया है और जिसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इसी के चलते ही CCPA ने सुरक्षा के खतरे का हवाला देते हुए. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर से वॉकी-टॉकी डिवाइसों की बिक्री पर रोक लगा दी गयी है. CCPA का कहना है कि वॉकी-टॉकी जैसी चीजें बिना लाइसेंस के बेची जा रही थीं, जो कि वायरलेस कम्युनिकेशन नियमों के खिलाफ है. ये डिवाइसेज आसानी से गलत हाथों में भी जा सकती हैं, जिससे नेशनल सिक्योरिटी को काफी नुकसान पहुंच सकता है. खासकर, भारत-पाक बॉर्डर पर बढ़ते टेंशन को देखते हुए सरकार कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है.
कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर वॉकी-टॉकी बिना किसी वेरिफिकेशन के बिक रहे थे. CCPA ने ऐसे प्लेटफॉर्म्स को तुरंत इन प्रोडक्ट्स को हटाने और भविष्य में बिना परमिशन के बेचने से मना कर दिया है. कंज्यूमर्स को भी आगाह किया गया है कि वो ऐसी डिवाइसेज खरीदने से बचें और इनका इस्तेमाल गैरकानूनी हो सकता है. इस कदम से न सिर्फ सिक्योरिटी मजबूत होगी, बल्कि गलत तत्वों पर भी लगाम लगाई जा सकेगी. सरकार ने अभी साफ कर दिया है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.
The Central Consumer Protection Authority (CCPA) has initiated action against the listing and sale of walkie-talkie devices on e-commerce platforms that lack:
* Proper disclosure of operating frequencies,
* Licensing information, and
* Equipment Type Approval (ETA).The absence… pic.twitter.com/LDhchG1gbd
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) May 9, 2025
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि मार्केट में ऐसे कई सारी डिवाइसें ऐसी बिक रहीं हैं, जिनकी फ्रिक्वेंसी के बारे में बिलकुल जानकारी नहीं है और उनका लाइसेंस है या फिर वह बिना लाइसेंस के बिक रहे हैं. इसके बारे में भी स्पष्ट जानकारी नहीं है.